इंजीनियरिंग-मेडिकल पाठक्रम मातृभाषा में होगा
लखनऊ, । उच्च शिक्षा के पाठ्यक्रम की भाषा हिंदी में लाने पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्राविधिक और चिकित्सा शिक्षा से जुड़े कोर्स मातृभाषा में तैयार कराए जाएं। इसकी सामग्री गुणवत्तापरक हों। इसी प्रकार, फिजियोथेरेपी और योग को परस्पर जोड़ने की कार्यवाही भी करें। सीएम ने मंत्रियों को सलाह दी कि वह सोशल मीडिया पर सक्रिय रहें और सकारात्मक विचार रखें।
मुख्यमंत्री मंगलवार को कैबिनेट के समक्ष विभिन्न योजनाओं के संबंध हुए प्रस्तुतिकरण देखने के बाद यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश दिवस जिलों में भी वार्षिक समारोह की भांति मनाया जाना चाहिए।सोशल मीडिया की अहमियत की चर्चा करते हुए सीएम ने कहा कि विविध सोशल मीडिया प्लेटफार्म जनता से जुड़ाव का सहज माध्यम बन कर उभरे हैं। आमजन के विचारों को सुनने समझने का बेहतरीन अवसर प्राप्त होता है। अत: यह उचित होगा कि सभी मंत्रियों की अलग- अलग सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर उपस्थिति रहें। सकारात्मक भाव के साथ अपने विचार रखें।
सभी माध्यमिक स्कूलों में एनसीसी यूनिट बने : मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी माध्यमिक विद्यालयों में राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की इकाई स्थापित की जाए। जूनियर हाई स्कूलों में स्काउट गाइड की विंग गठित की जाए। राज्य सरकार द्वारा आवश्यक वित्तीय सहयोग होगा।
कृषि विश्वविद्यालयों को दिए जाएंगे ड्रोन
प्राकृतिक खेती की महत्वाकांक्षी योजना की चर्चा करते हुए सीएम ने कहा कि कृषि विश्वविद्यालयों को इससे जोड़ा जाए। इसके लिए सभी कृषि विश्वविद्यालयों को ड्रोन उपलब्ध कराया जाए। जैव ईंधन यानी बायो ़फ्यूल केंद्र सरकार से भी सहयोग के लिए प्रदेश का प्रस्ताव भेज दिया जाए। श्रमिकों का बायोमेट्रिक सत्यापन भी कराया जाना उचित होगा।
आंगनबाड़ी केंद्रों का कायाकल्प करना होगा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब हमें आंगनबाड़ी केंद्रों के कायाकल्प का कार्य करना होगा। सभी आंगनबाड़ी केंद्रों के अपने भवन हों। जनप्रतिनिधि, अधिकारी आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेना चाहिए। समाज के संपन्न लोग अपने जन्मदिन, विवाह की वर्षगांठ आदि विशेष अवसरों पर आंगनबाड़ी केंद्र जाएं।
अनापत्तियां जारी करने में अनावश्यक देरी न हो
मुख्यमंत्री ने कहा कि नियमानुसार विभागीय अनापत्तियां जारी करने में बेवजह देरी न हो। इस संबंध में सिंगल विंडो सिस्टम को लागू किया जाना चाहिए। ऐसी व्यवस्था बनाएं कि यदि समय सीमा के भीतर अनापत्ति न जारी हो तो उसे डीम्ड क्लीयरेंस मान लिया जाए।
विस्थापित परिवार निकालें मौन जुलूस
सीएम ने कहा कि इस वर्ष विभाजन विभीषिका दिवस के मौके पर विभीषिका का दंश झेलने वाले विस्थापित परिवारों द्वारा राष्ट्रध्वज के साथ मौन जुलूस निकाला जा सकता है। जनप्रतिनिधि भी इसमें शामिल हों। नई पीढ़ी को विभाजन की विभीषिका से अवगत कराने के लिए चित्र प्रदर्शनी लगाई जाए।
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