पढ़ाई के लिए 6 हजार रुपये देती है सरकार, ऐसे उठाएं इस योजना का लाभ
UP Bal Shramik Vidya Yojana: आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते जो बच्चे कम उम्र में ही स्कूल का बस्ता छोड़ जिम्मेदारियों का बोझ उठा लेते हैं उनके लिए मुख्यमंत्री बाल श्रमिक विद्या योजना शुरू की गई है। इस योजना का उद्देश्य बाल श्रम करने वाले बच्चों को शिक्षित करना और आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है। इस योजना के तहत लड़के को एक हजार रुपये जबकि लड़की को 1200 रुपये प्रति महीना आर्थिक मदद दी जाती है। इस योजना का उद्देश्य उन बच्चों को पढ़ाई की तरफ वापस लाना है जो परिवार की जिम्मेदारियों के चलते पढ़ाई-लिखाई छोड़ काम करने में लग जाते हैं। ऐसे बच्चों को बाल श्रम से हटाकर उन्हें शिक्षा देने के उद्देश्य से ये योजना शुरू की गई है।
इस योजना के तहत 8 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों जिन्हें स्कूल-कॉलेज में होना चाहिए लेकिन जो काम कर रहे हैं उन्हें बाल श्रमिक विद्या योजना का लाभ दिया जाता है। इसके अलावा ऐसे श्रमिकों के बच्चे जिनके माता पिता यूपी के निवासी है और जिनके बच्चे आठवीं से लेकर दसवीं कक्षा में पढ़ रहे हैं। उन्हें यूपी सरकार द्वारा हर साल 6 हजार रुपये अतिरिक्त सहायता दी जाती है। जो लाभार्थी इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, उन्हें इस योजना के लिए आवेदन करना होगा।
इस योजना का लाभ
उत्तर प्रदेश के गरीब बच्चों को इस योजना का लाभ प्रदान किया जाता है। योजना के तहत लड़कों को 1000 और लड़कियों को 1200 रुपये प्रतिमाह दिए जाते हैं।बाल श्रमिक विद्या योजना के अंतर्गत जो श्रमिक बच्चे कक्षा आठ, नौ और दसवीं में पढ़ाई कर रहे हैं, उन्हें सरकार द्वारा हर साल 6 हजार रुपये की अतिरिक्त सहायता दी जाती है।
यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना 2022 के लिए पात्रता
योजना का लाभ लेने वाला उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए
8 से 18 साल तक की उम्र के बच्चे ही लाभ ले सकते हैं।
जिन बच्चों के माता-पिता दोनों या किसी एक की मृत्यु हो गई हो।
इन दस्तावेजों की जरूरत
आधार कार्ड
पहचान पत्र
निवास प्रमाण पत्र
मोबाइल नंबर
पासपोर्ट साइज फोटो
आवेदन करने की प्रक्रिया
जो इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं उन्हें इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन श्रम विभाग की वेबसाइट से किया जा सकता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें