अक्सर छुट्टी पर ही रहते हैं मास्टर साहब , रसोइया का बेटा दिखा रहा आईना
बलरामपुर : उत्तर प्रदेश Uttar Pradesh का बलरामपुर एक अति महत्वकांक्षी जिला है. देश के सबसे पिछड़े जनपदों में शामिल इस जिले के विकास के लिए तमाम कोशिशें की जा रही हैं.लेकिन जिनके ऊपर जिम्मेदारी है. वही इस जिले के एजुकेशन इंडिकेटर में पलीता लगाते दिखाई दे रहे हैं. ताजा मामला बलरामपुर जिले के शिवपुरा विकासखंड के
उच्च प्राथमिक विद्यालय Vidyalaya देवपुरा से जुड़ा हुआ है. उच्च प्राथमिक विद्यालय देवपुरा में कहने को तो 3 शिक्षक Teacher तैनात है. लेकिन तीनों में से कोई भी विद्यालय नहीं आता है. यहां पर पंजीकृत लगभग डेढ़ सौ बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा यहां पर तैनात रसोईया का बेटा उठाता है. विद्यालय में बच्चों को ना तो समय से मिड-डे-मील मिलता है और ना ही उन्हें किताबें. इस कारण से कक्षा 6 से लेकर 8 तक पढ़ाई करने वाले बच्चों की पढ़ाई लिखाई पूरी तरह से चौपट है. बताया जाता है यहां पर तैनात शिक्षिका इस वक्त मातृत्व अवकाश पर चल रही है. जबकि शिक्षामित्र और अनुदेशक दोनों विद्यालय से आए दिन गायब रहते हैं।
कारण बताओ नोटिस जारी
इस मामले में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी BSA कल्पना देवी ने कहा कि देवपुरा में शिक्षकों teachers के न आने की शिकायत प्राप्त हुई थी. यहां पर तैनात शिक्षिका मातृत्व अवकाश पर चल रही है. जबकि जो अनुदेशक और शिक्षामित्र है. वह बिना बताए ही विद्यालय से गायब थे. खंड शिक्षा अधिकारी BIO के जांच के बाद हमने इनके ऊपर कार्रवाई करते हुए कारण बताओ नोटिस notice जारी किया है. लापरवाह शिक्षकों teachers के वेतन रोकने का भी निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि जिले district के सभी प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों vidyalaya मैं तैनात शिक्षकों teachers को मैंने साफ-साफ निर्देशित कर रखा है कि वह बिना बताए या बिना छुट्टी लिए विद्यालय Vidyalaya से ना जाएं. यदि कोई जाता और विद्यालय Vidyalaya में पढ़ रहे बच्चों की पढ़ाई लिखाई बाधित होती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.
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