जिले के अंदर शुरू हो तबादले की प्रक्रिया
लखनऊ। उत्तर प्रदेश दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ ने शिक्षकों की जिलों में ट्रांसफर व समायोजन प्रक्रिया जल्द शुरू करने की मांग की। संघ का आरोप है कि पोर्टल पर समय से अवकाश स्वीकृत नहीं किए जाते। इसमें लापरवाही बरतने वालों पर कार्यवाही की जाए। संघ की रविवार को दारुलशफा में हुई समीक्षा बैठक में प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि विद्यालयों में सघन निरीक्षण कर शिक्षकों की छोटी-छोटी कमियों पर कार्रवाई की जा रही है। वहीं, जिलों में शिक्षकों के ऑनलाइन आवेदन खंड शिक्षा अधिकारी समय से स्वीकृत नहीं करते हैं। गृह ब्लॉक व न्याय पंचायत के विद्यालयों में पद रिक्त होने के बावजूद शिक्षकों को जिले में 80 से 120 किमी दूर विद्यालय जाना पड़ता है।
उन्होंने 1 अप्रैल 2014 से बंद बीमा की 87 रुपये प्रति शिक्षक से प्रति माह की कटौती की राशि ब्याज समेत वापस करने और इसी तारीख से अब तक नियुक्त शिक्षकों का कम प्रीमियम पर एक करोड़ रुपये का सार्वजनिक जीवन बीमा कराने की मांग की। संघ ने राज्य कर्मचारियों की तरह शिक्षकों को भी कैशलेस चिकित्सा सुविधा देने समेत कई मांगें रखीं।
संघ के महामंत्री धर्मेंद्र व मंत्री अजीत सिंह ने शिक्षा मित्रों के लिए नई नियमावली बनाकर विद्यालयों में समायोजित करने की मांग उठाई। इस दौरान प्रदेश कोषाध्यक्ष संदीप दत्त, विकास कुमार, धर्मपाल, विनय यादव, दक्ष यादव, सतीश बालियान, जमशेद राणा, कमलेश यादव, जगजीवन सिंह, रामधन समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे। संचालन प्रदेश प्रवक्ता विनय यादव ने किया।
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