पहले नंगे पैर जाते थे बच्चे, आज ड्रेस व आज ड्रेस व बैग में किताब भी: योगी
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को परिषदीय स्कूलों की बेहतरी के लिए ऑपरेशन कायाकल्प की सराहना की। उन्होंने कहा है कि 2017 से पहले विद्यालयों में बच्चे नंगे पैर, बिना शर्ट के आने को मजबूर थे। लेकिन आज वे ड्रेस में और बैग में कॉपी-किताब लेकर स्कूल आते हैं।प्रधानमंत्री मोदी के परीक्षा में चर्चा कार्यक्रम में भाग लेते हुए सीएम योगी ने कहा कि स्कूलों में बदलाव का ही असर है कि छह साल पहले जो स्कूल बंद होने की कगार पर थे, उनमें आज 300 बच्चे पढ़ रहे हैं।
तब परिषदीय स्कूलों में बच्चे नहीं थे, लेकिन बीते करीब छह साल में 60 लाख से ज्यादा नए बच्चों ने दाखिला लिया है।कार्यक्रम में माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी व बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह भी शामिल हुए। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अभिभावक बालिकाओं को तकनीकी रूप से बेहतर बनाने के लिए उतना ध्यान नहीं देते हैं। लेकिन हम प्रयास करते हैं कि उनके साथ भेदभाव न हो।
विद्या समीक्षा केंद्र का उद्घाटन
सीएम ने निपुण भारत मिशन के तहत विद्या समीक्षा केंद्र का उद्घाटन किया। यह केंद्र मध्याहन भोजन प्राधिकरण कार्यालय में स्थापित किया गया है। यह 60 सीटर कॉल सेंटर है। इसके माध्यम से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग करते हुए डैशबोर्ड दिखाया जा रहा है। हर तीन माह में सभी छात्रों का सरल एप के माध्यम से निपुण असेसमेंट टेस्ट होगा। कैप्टन मनोज पांडेय यूपी सैनिक स्कूल की चर्चा करते हुए सीएम ने कहा कि यह देश का पहला सैनिक स्कूल है। यूपी में पांच सैनिक स्कूल अगले साल तक शुरू हो जाएंगे।
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