69000 शिक्षक भर्ती में कोर्ट के आदेश की अवमानना पर नाराजगी, एक अंक देकर नियुक्ति के लिए अभ्यर्थियों ने दिया धरना
प्रयागराज : परिषदीय प्राइमरी विद्यालयों की 69000 शिक्षक भर्ती के एक अंक विवाद मामले से प्रभावित सैकड़ों अभ्यर्थियों ने सोमवार को उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी (पीएनपी) कार्यालय के सामने धरना किया। उनकी मांग है कि 25 अगस्त 2021 तक हाई कोर्ट में याचिका लगाने वाले एक अंक से मेरिट सूची से वंचित याचियों को एक अंक देकर जल्द नियुक्ति प्रक्रिया पूरी की जाए। धरना दे रहे याची अभ्यर्थियों दुर्गेश शुक्ला, राम मिश्र, रोहित शुक्ल, प्रसून दीक्षित ने बताया कि इस भर्ती परीक्षा में परिभाषा से जुड़े एक प्रश्न के चारों उत्तरों को गलत बताए हुए एक अंक दिए जाने की मांग उनकी और से की गई थी।
इसके लिए हाई कोर्ट में याचिका लगाई थी। कोर्ट ने 25 अगस्त, 2021 को आदेश दिया था कि परिभाषा वाले प्रश्न पर एक देते हुए मेरिट में आ रहे याची अभ्यर्थियों को मेरिट सूची में शामिल किया जाए। इसके खिलाफ सरकार की और से सुप्रीम कोर्ट में अपील दाखिल की गई थी, जो कि करीब चार महीने पहले खारिज हो गई। इसके बाद पीएनपी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने 25 अगस्त 2021 तक के याची अभ्यर्थियों से आनलाइन आवेदन मांगे, लेकिन एक महीने बाद भी प्रक्रिया पूरी नहीं हुई। इससे नाराज अभ्यर्थियों ने जल्द प्रकिया पूरी कर नियुक्ति दिए जाने की मांग को लेकर धरना शुरू किया है। सोमवार को दिन भर धरने के दौरान अधिकारियों की ओर से इस मामले में कोई जानकारी नहीं दी गई।
ज्येष्ठता सूची की तिथि फिर बढ़ी, बेसिक शिक्षकों में नाराजगी
बेसिक शिक्षा परिषद के जूनियर विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों की ज्येष्ठता सूची तैयार करने में देरी कर उनकी पदोन्नति को लटकाया जा रहा है। बेसिक शिक्षा परिषद सचिव प्रताप सिंह बघेल ने ज्येष्ठता सूची तैयार करने की तिथि एक बार फिर बढ़ाकर छह मार्च कर दी है। इसका उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ ने विरोध किया है। परिषद सचिव ने कहा है कि 27 फरवरी तक पदोन्नति के लिए अनंतिम ज्येष्ठता सूची तैयार कर राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआइसी) उत्तर प्रदेश लखनऊ के पोर्टल पर प्रकाशित किया जाना था, कुछ जनपदों ने इसे तैयार नहीं किया है। इस कारण तिथि बढ़ाई गई है।
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