कर्ज के दबाव में तैनात अध्यापक ने फंदा लगाकर दे दी जान
कासगंज। शहर की आवास विकास कॉलोनी में सोमवार शाम को कर्ज में डूबे परिषदीय स्कूल के शिक्षक भरत सिंह (45) ने घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली पत्नी रेखा ने बताया कि पति ने 16 लाख रुपये कर्ज लिया था, जिसका 50 हजार रुपये ब्याज जा रहा है। इससे वे मानसिक तनाव में थे। पत्नी रेखा ने सबसे पहले शाम 5.45 बजे भरत सिंह का शव फंदे पर लटके देखा था। आसपास के लोगों ने फंदे से शिक्षक को जब तक उतारा तब तक जान जा चुकी थी। शिक्षक ने दो साल पहले अपना तबादला आगरा करा लिया था। भरोसा दिया था।
पिनाहट में प्राथमिक विद्यालय नयाबांस में तैनाती थी। पत्नी आवास विकास कॉलोनी में रह रही थीं। बेटा हिमांशु कोटा में नीट की तैयारी व पुत्री डॉली इंटर की परीक्षा दे रही है। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक वीरेंद्रप्रताप गिरी ने बताया कि शिक्षक की आत्महत्या के पीछे प्रथम दृष्टया गृहक्लेश का मामला सामने आया है। कर्ज उतारने के लिए मकान का किया था सौदा कर्ज के बोझ से दबे शिक्षक भरत सिंह कर्ज को उतारने के लिए अपना मकान बेचना चाहता था। इसके लिए उन्होंने मकान के बाहर दीवार पर यह मकान बिकाऊ लिख रखा था। बताया गया कि शिक्षक ने अपने इस मकान का सौदा भी कर दिया था और इस सौदा पर क्रेता ने एक लाख रुपये का अग्रिम भुगतान कर दिया था। बाकी राशि बैनामा कराने के समय देने का क्रेता ने भरोसा दिया था।
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