उम्मीदों भरे बजट में पेंशन विहीन शिक्षकों एवं कर्मचारियों को मिलीं निराशा: चन्द्रहास सिंह
बिजनौर | अटेवा पेंशन बचाओ मंच उत्तर प्रदेश के प्रदेश उपाध्यक्ष चंद्रहास सिंह ने उत्तर प्रदेश आम बजट को लेकर कहा कि शिक्षक एवं कर्मचारियों को बजट से काफी उम्मीद थी, लेकिन पेंशन विहीन शिक्षकों एवं कर्मचारियों को निराशा ही हाथ आयी । शेयर बाजार पर आधारित नई पेंशन व्यवस्था को समाप्त किया जाना चाहिए था जो देश की अर्थव्यवस्था एवं शिक्षकों व कर्मचारियों के भविष्य की सुरक्षा के लिए बेहतर होता। क्योंकि आज शेयर बाजार की गिरती स्थिति को देखकर 2005 के बाद नियुक्त शिक्षक एवं कर्मचारी अपने भविष्य की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। नई पेंशन व्यवस्था को लेकर शिक्षकों एवं कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है। सरकार को शिक्षकों एवं कर्मचारियों इस आक्रोश को समझते हुए बजट में पुरानी पेंशन बहाली की मांग को रखतें हुए जनकल्याणकारी पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल करना चाहिए था। राजस्थान छत्तीसगढ़ झारखंड पंजाब एवं हिमाचल प्रदेश के राज्यों की सरकारों ने अपने शिक्षकों एवं कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाल कर कार्मिकों के भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित करने का काम किया है।
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