राजस्थान विधानसभा: थर्ड ग्रेड शिक्षकों के तबादलों पर रहेगी रोक, शिक्षामंत्री ने बताई ये वजह
राजस्थान विधानसभा में गुरुवार को प्रश्नकाल के दौरान मंत्री बीडी कल्ला ने साफ कर दिया कि राजस्थान में 15 जनवरी 2023 से तबादलों पर पूरी तरीके से रोक है। तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले को लेकर अभी कोई प्रस्ताव नहीं है। उन्होंने कहा कि अक्टूबर महीने में तृतीय श्रेणी शिक्षकों से एप्लीकेशन जरूर ली गई थीं, लेकिन वह केवल तबादला चाहने वालों की एप्लीकेशन थी। इन पर कोई नीतिगत निर्णय नहीं किया गया था। कल्ला ने कहा कि जो भी रिक्त पद हैं। उन्हें रीट लेवल 2 की परीक्षा हो चुकी है, उनके नतीजे आने के बाद काउंसलिंग कर पद भर दिए जाएंगे।
शिक्षक संगठन करते रहे हैं मांग
बता दें, राजस्थान में थर्ड ग्रेड शिक्षकों की तबादलों से रोक हटाने की मांग लंबे समय से चल रही है। इसके लिए कई बार विभिन्न शिक्षकों संगठनों ने राजधानी जयपुर में भी प्रदर्शन किया था। हालांकि, राज्य सरकार का कहना है कि तबादला नीति के आधार ही शिक्षकों के तबादले होंगे। तबादला नीति का सीएम गहलोत ने अनुमोदन नहीं किया है। शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला का कहना है कि सीएम की हरी झंडी मिलने के बाद तबादला नीति अमल में आएगी। उसी के आधार पर तबादले होंगे।
ऊर्जा मंत्री ने कही ये बात
एक सवाल के जवाब में ऊर्जा मंत्री ने साफ कर दिया कि 2019 से अब तक 1 करोड़ 35 लाख 23 हज़ार 818 उपभोक्ताओं से 3749.93 करोड़ रुपए फ्यूल सरचार्ज के तौर पर लिए गए हैं। कृषि उपभोक्ताओं के अलावा बाकी सभी उपभोक्ताओं से यह सरचार्ज लिया जा रहा है, जो जारी रहेगा। ग्राम सेवा सहकारी समिति करवाड़ा से संबंधित सवाल के जवाब में भी मंत्री उदयलाल आंजना ने जवाब देते हुए कहा कि अनियमितताओं के चलते सहायक व्यवस्थापक देवी सिंह और अध्यक्ष मिश्रा राम परमार को जिम्मेदार मानकर उनके खिलाफ नियम विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है।हरचरण कुमार को सहायक व्यवस्थापक लगाया गया है, इस पर विधायक नारायण सिंह देवल ने आपत्ति दर्ज की. उन्होंने कहा कि इनकी ग्राम सहकारी समिति पर तो पहले ही आरोप हैं, इन्हें यह काम कैसे दिया जा सकता है. इस पर मंत्री ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो जाएगी और जांच करवा ली जाएगी।
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