1.52 लाख बच्चों को अब सप्ताह में 6 दिन मिलेगा दूध , प्रदेश भर में 1 जुलाई से शुरू होगी नई व्यवस्था पहले बुधवार-शुक्रवार को मिलता था विद्यार्थियों को दूध
राज्य सरकार की ओर से प्रदेश में शुरू का गई बाल गोपाल योजना में बदलाव किया गया है। इसमें बदलाव के साथ ही अब प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में कक्षा एक से आठवीं तक पढ़ने वाले बच्चों को रविवार को छोड़कर सभी छह दिन दूध मिलेगा। यह नई व्यवस्था विद्यालयों में 1 जुलाई से लागू होगी। बाल गोपाल योजना के तहत पहले सरकारी अधिक बच्चों को फायदा होगा। विद्यालयों में कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों को सप्ताह में दो दिन दूध मिलता था। यह दूध बुधवार और शुक्रवार को ही दिया जाता था। लेकिन बदलाव के बाद अब सप्ताह में सोमवार से शनिवार तक दूध मिलेगा। श्रीगंगानगर जिले के 1900 से ज्यादा सरकारी स्कूलों के करीब 1.52 लाख से अधिक बच्चों को फायदा होगा।
जिले को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए सरकार ने बाल गोपाल योजना चलाई है। इस योजना के तहत स्कूल में आने वाले बच्चों को दूध उपलब्ध होगा। दूध में सभी प्रकार के पोषक तत्व उपलब्ध होते हैं। जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक गिरजेशकांत शर्मा ने बताया कि बाल गोपाल योजना के तहत बच्चों को स्कूलों में दिए जाने वाले दूध के समय में बदलाव किया गया है। पहले सप्ताह गया। में दो दिन कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों को दूध मिलता था। अब सप्ताह में छह दिन बच्चों को दूध मिल सकेगा।
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री ने बाल गोपाल योजना के तहत प्रतिदिन दूध उपलब्ध कराने के लिए 864 करोड़ रुपए के बजट प्रावधान को मंजूरी दी है। वर्तमान में राजकीय विद्यालयों में मिड-डे-मील की पौष्टिकता बढ़ाने के लिए सप्ताह में दो दिन मीठा गर्म दूध पिलाया जा रहा है। यह अब शेष चार दिन भी उपलब्ध कराया जाएगा। बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बाल गोपाल योजना की शुरुआत 29 नवंबर 2022 को सिविल लाइन जयपुर से की थी। इस योजना को पूरे राजस्थान में एक साथ लागू किया
स्कूल में प्रार्थना स्थल पर पिलाया जाता है दूध
गिरजेशकांत शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत स्कूल में पढ़ने आने वाले बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए सरकार ने योजना चलाई है। इसमें कक्षा एक से पांच तक के बच्चों के लिए 15 ग्राम पाउडर दूध से 150 मिलीलीटर दूध तथा कक्षा छह से आठ के बच्चों के लिए 20 ग्राम पाउडर दूध से 200 मिलीलीटर दूध उपलब्ध होता है। उन्होंने बताया कि स्कूल में प्रार्थना स्थल पर दूध पिलाया जाता है।"
इनको मिलता है दूध : बाल गोपाल योजना के तहत मिड-डे मील से जुड़े जिले के प्राइमरी विद्यालय, मदरसों एवं विशेष प्रशिक्षण केंद्रों पर राज्य सरकार की ओर से पाउडर वाला दूध उपलब्ध करवाया जाता है।
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