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मंगलवार, 16 मई 2023

अंग्रेजी मीडियम से मोह भंग:शेखावाटी के 3 प्रिंसिपल सहित 139 शिक्षकों ने वापस हिंदी मीडियम में जाने की लगाई अर्जी



 अंग्रेजी मीडियम से मोह भंग: शेखावाटी के 3 प्रिंसिपल सहित 139 शिक्षकों ने वापस हिंदी मीडियम में जाने की लगाई अर्जी

राज्य सरकार की ओर से शुरू की गई महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों से शिक्षकों का मोह भंग होने लगा है। वे फिर से हिंदी मीडियम स्कूलों में जाना चाहते हैं। इन शिक्षकों ने शिक्षा विभाग को लिखकर दिया है कि वे अब अंग्रेजी मीडियम स्कूल में नहीं रहना चाहते। खास बात ये है कि एक तरफ सरकार अंग्रेजी माध्यम के महात्मा गांधी स्कूल खोलने को लेकर वाह-वाही लूट रही है, वहीं दूसरी तरफ शिक्षकों का यहां से मन भर गया है।


चूरू, झुंझुनूं व सीकर जिले के 139 कार्मिकों ने अंग्रेजी मीडियम स्कूलों से दूरी बनाते हुए हिंदी मीडियम के स्कूलों में पोस्टिंग देने के लिए आवेदन कर दिया है। इनमें प्रिंसिपल तक शामिल हैं। जयपुर में भी 125 शिक्षकों ने दोबारा हिंदी मीडियम में जाने की इच्छा जताई है। अब अगर इन स्कूलों के लिए चल रही संविदा आधारित भर्ती को पूरा नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में शिक्षकों की कमी हो सकती है। दरअसल, अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों के लिए इन शिक्षकों का चयन साक्षात्कार के जरिए हुआ था। परीक्षण में खरा उतरने के लिए इनको अंग्रेजी माध्यम की स्कूलों में पोस्टिंग दे दी गई थी, लेकिन दो साल में ही इन शिक्षकों का अंग्रेजी के स्कूलों में मन भर गया। अब वे फिर से हिंदी माध्यम में जाना चाहते हैं।


पिछले दिनों शिक्षा विभाग ने इन स्कूलों के शिक्षकों से पूछा था कि अगर कोई हिंदी माध्यम में जाना चाहता है तो वे अपना आवेदन डीईओ कार्यालय में जमा करा दें। इसके बाद शेखावाटी के 139 कार्मिकों ने हिंदी माध्यम में जाने के लिए आवेदन कर दिया। अब इन कार्मिकों की सूची निदेशालय को भेज दी गई है। चूरू में दो प्रिंसिपल सहित 42, सीकर में एक प्रिंसिपल सहित 55 व झुंझुनूं में 41 शिक्षकों ने हिंदी मीडियम में वापस जाने की इच्छा जताई है।


पढ़ाई का दबाव, इसलिए फिर से चुन रहे हिंदी माध्यम स्कूलों की राह

सूत्रों के अनुसार सरकार का सारा फोकस अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों पर ही है। ऐसे में इन शिक्षकों पर अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाने का दबाव रहता है। इसको वे झेल नहीं पा रहे हैं। सालों तक हिंदी माध्यम में पढ़ाने के बाद अब उन्हें अंग्रेजी पढ़ाने में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दूसरा सरकार इन स्कूलों के लिए 9712 पदों पर संविदा पर शिक्षकों की भर्ती कर रही है। सरकार भी चाहती है कि इससे पद खाली हो जाएंगे और नई भर्ती के शिक्षकों को पोस्टिंग देने में आसानी होगी।


-निअंग्रेजी माध्यम में पढ़ा रहे शिक्षकों से हिंदी माध्यम में जाने का विकल्प मांगा गया था। कई शिक्षकों ने इसके लिए आवेदन किया है। इनके पदस्थापन के संबंध में अभी कोई दिशा-निर्देश नहीं है। निर्देश आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।-सार खां, डीईओ, माध्यमिक चूरू

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