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शनिवार, 6 मई 2023

शिक्षा में सुधार की जरूरत शिक्षकों के 3530 पद खाली:एक साल में 70 स्कूल क्रमोन्नत, 19 अंग्रेजी माध्यम के स्कूल बढ़े फिर भी 17364 विद्यार्थी स्कूल छोड़ गए...



 शिक्षा में सुधार की जरूरत शिक्षकों के 3530 पद खाली:एक साल में 70 स्कूल क्रमोन्नत, 19 अंग्रेजी माध्यम के स्कूल बढ़े फिर भी 17364 विद्यार्थी स्कूल छोड़ गए...


सरकार लगातार स्कूलाें काे क्रमाेन्नत कर रही है। वहीं दूसरी ओर स्कूलों में नामांकन गिरता जा रहा है। एक साल में 17364 विद्यार्थियों की संख्या कम हाे गई। सत्र 2021-22 में जिले के 1829 स्कूलाें में 2 लाख 28 हजार 224 का नामांकन था, जाे 2022-23 में घटकर 2 लाख 10 हजार 860 रह गया। जबकि सरकार ने गत साल जिले में करीब 70 मावि श्रेणी के स्कूलाें काे उमावि में क्रमाेन्नत किया था।


इसी प्रकार गत साल 44 महात्मा गांधी राजकीय स्कूल थे, जिनकी संख्या बढ़कर अब 63 हाे गई। वर्तमान में हालात यह हैं कि हाल ही में बाेर्ड कक्षाओं काे छाेड़कर शेष परिणाम जारी हाेने के बाद स्कूलाें में नाममात्र के बच्चे ही पहुंच रहे हैं। जिले में प्रारंभिक एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग में शिक्षकाें के कुल 13082 पद स्वीकृत हैं।


इसमें से 9555 कार्यरत एवं 3530 पद रिक्त हैं। इसी प्रकार काॅलेज एजुकेशन में अभी 11 काॅलेज चालू हैं वहीं नए 3 काॅलेज क्रमश: घाेसुंडा काॅलेज, विधि काॅलेज चित्ताैड़ व संस्कृत काॅलेज चित्ताैड़ में नए खाेलने की घाेषणा हुई है। इसलिए जुलाई में नए सत्र से जिले में एक साथ 14 काॅलेज संचालित होंगे। जिनमें 10 हजार से अधिक विद्यार्थी पढ़ते नजर आएंगे।


केस-1 नामांकन 170 लेकिन स्कूल में एक भी बच्चा नहीं, 7 शिक्षिकाएं खाली बैठी, फिर भी टीचर कहते हैं 23 में से केवल 11 ही पद भरे हुए हैं



दाेपहर 12.30 बजे पुलिस लाइन स्थित महात्मा गांधी राजकीय स्कूल में 7 शिक्षक-शिक्षिकाएं ड्यूटी पर थे। वे अपना-अपना काम कर रहे थे। माैके पर एक भी विद्यार्थी नहीं मिला। जबकि इस स्कूल में 170 बच्चे नामांकित हैं। संस्था प्रधान राकेश ने बताया कि 28 अप्रैल काे परीक्षा खत्म हाेने के बाद से बच्चे नहीं आ रहे। शुक्रवार काे भी कोई नहीं आया।


उन्हाेंने बताया कि हाल ही अभिभावकाें की मीटिंग में अनुराेध किया था कि बच्चाें काे स्कूल भेजे, स्कूल खुला हुआ है। कल बच्चाें के अभिभावकाें से संपर्क कर बच्चाें काे बुलाएंगे। उन्हाेंने बताया कि स्कूल में 12 कमराें की आवश्यकता हैं, लेकिन 5 ही हैं। गत साल एक कमरा एवं कार्यालय पेड गिरने से क्षतिग्रस्त हाे गया था। एक कमरे में आंगनबाड़ी संचालित है। यहां 23 पद स्वीकृत हैं, उसमें से 11 कार्यरत हैं। इस साल नाैंवी कक्षा शुरू हाे गई, इसके लिए पांच सेकंड ग्रेड शिक्षक एवं पीटीआई की भी जरूरत रहेगी।


केस-2 दाेपहर 12.30 बजे तख्तपुरा में स्कूल के गेट पर लगा था ताला, जाेधपुरिया में 3 शिक्षक नदारद , रिपाेर्टर पहुंचा ताे सीएल लगाई


पारसाेली| गाेपालपुरा ग्राम पंचायत के तख्तपुरा गांव में राप्रावि में दाेपहर 12.40 बजे ताले लटके हुए थे। यहां 27 विद्यार्थियाें का नामांकन है। एक शिक्षिका नियुक्त है। वह भी अवकाश पर थी। उनकी जगह दूसरे शिक्षक की ड्यूटी थी। वह भी सरकारी काम से चले गए। वहीं जाेधपुरिया राउप्रावि स्कूल में दाे कमरे क्षतिग्रस्त हैं। यहां 115 नामांकन हैं। दाेपहर 12.55 बजे यहां 7 में से 2 शिक्षिकाएं मिलीं। उन्होंने बताया कि दाे शिक्षक स्कूल का सामान लेने गए थे। जब शेष शिक्षकाें बारे पूछा ताे, 3 शिक्षकाें की सीएल लगा दी।


जिला मुख्यालय के 2 काॅलेजाें में 50 पद रिक्त ... महाराणा प्रताप राजकीय पीजी काॅलेज जिले का सबसे बड़ा कालेज है। यहां 6500 विद्यार्थी नामांकित हैं, लेकिन व्याख्याताओं के स्वीकृत 76 पदाें में से 41 रिक्त हैं। इसी प्रकार राजकीय कन्या काॅलेज में 800 छात्राएं नामांकित हैं। यहां व्याख्याताओं के स्वीकृत 21 पदाें के मुकाबले 9 पद रिक्त और 12 कार्यरत हैं।


नामांकन घटने के कारणाें का पता करने पर पाया कि काेराेनाकाल में कुछ बच्चे गुजरात से आए थे और जिले के विभिन्न स्कूलाें में प्रवेश लिया था। इसके बाद वे बच्चे वापस गुजरात चले गए। इस कारण से नामांकन घट गया।कल्पना शर्मा, डीईओ माध्यमिक

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