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मंगलवार, 16 मई 2023

7th Pay Commission DA Hike Latest Update:: केंद्रीय कर्मचार‍ियों की बेस‍िक सैलरी बढ़कर हो जाएगी 27000, इस तारीख से लागू होगा न‍ियम



 7th Pay Commission DA Hike Latest Update:: केंद्रीय कर्मचार‍ियों की बेस‍िक सैलरी बढ़कर हो जाएगी 27000, इस तारीख से लागू होगा न‍ियम


DA Hike Latest Update: केंद्रीय कर्मचार‍ियों के ल‍िए आख‍िरी बार महंगाई भत्‍ता बढ़ाने का ऐलान मार्च, 2023 में क‍िया गया था. उस समय सरकार ने डीए 38 प्रत‍िशत से बढ़ाकर 42 प्रत‍िशत कर द‍िया था. अब अगला महंगाई भत्‍ता 1 जुलाई से लागू होगा. हालांक‍ि इसकी घोषणा स‍ितंबर तक क‍िये जाने की उम्‍मीद है. सरकारी कर्मचार‍ियों का महंगाई भत्‍ता हर छह महीने में बढ़ाया जाता है. महंगाई के अनुपात में ही डीए बढ़ने से सैलरी में अच्‍छा इजाफा होता है. कर्मचारियों की सैलरी फिटमेंट फैक्टर, अप्रेजल के आधार पर ही बढ़ती है. फिटमेंट फैक्‍टर के बढ़ने पर सैलरी खुद ब खुद बढ़ जाएगी. खबर यह है क‍ि बिना फिटमेंट फैक्टर और अप्रेजल के कर्मचारियों की बेसिक सैलरी में जबरदस्त इजाफा होने वाला है.


डीए बेस‍िक में मर्ज होने से बढ़ जाएगी सैलरी

सरकार की तरफ से 2016 में 7वां वेतन आयोग (7th pay commission) लागू किया गया था. उस सयम महंगाई भत्ते को शून्य क‍िया गया था. डीए शून्य होने से कर्मचारियों का पिछला महंगाई भत्ता बेसिक सैलरी में जोड़ दिया गया. अब यह स्‍थ‍ित‍ि एक बार फ‍िर से बनने जा रही है. इससे कर्मचार‍ियों की न्‍यूनतम बेस‍िक सैलरी 18000 रुपये से बढ़कर 27000 रुपये हो जाएगी. महंगाई भत्ते के फ‍िर से बेसिक सैलरी में मर्ज होने से बेस‍िक बढ़ जाएगी.


सैलरी रिविजन के लिए लंबा इंतजार

साल 2016 के मेमोरेडम में यह ल‍िखा है क‍ि महंगाई भत्ते (DA) के 50 प्रत‍िशत होने पर इसे जीरो कर दिया जाएगा. यानी अभी जो महंगाई भत्ता 42 प्रत‍िशत म‍िल रहा है. शून्‍य होने के बाद यह 1 प्रत‍िशत, 2 प्रत‍िशत से शुरू होगा. दरअसल, 50 प्रत‍िशत महंगाई भत्ता (DA Hike) होते ही इसे बेसिक सैलरी में जोड़ द‍िया जाएगा. ऐसा होने से कर्मचारियों को सैलरी रिविजन के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ता.


कितनी बढ़ जाएगी कर्मचारियों की सैलरी?

मौजूदा वक्त में पे-बैड लेवल-1 पर 18000 रुपए बेसिक सैलरी है. ये सबसे न्यूतनम बेसिक है. अगर इसकी कैलकुलेशन देखें तो कुल मिलाकर अभी 7560 रुपए बतौर महंगाई भत्ता मिलता है. लेकिन, अगर यही कैलकुलेशन 50 फीसदी महंगाई भत्ते पर देखें तो 9000 रुपए मिलेंगे. अब यहां कैच आता है. 50 फीसदी डीए होते ही इसे शून्य करके बेसिक सैलरी में जोड़ दिया जाएगा. मतलब 18000 रुपए वाली सैलरी 9000 रुपए बढ़कर 27000 रुपए पहुंच जाएगी. इसके बाद महंगाई भत्ता 27000 रुपए पर कैलकुलेट होगा. अगर 0 होने के बाद अगर 3 फीसदी डीए बढ़ता है तो 810 रुपए महीना उनकी सैलरी में बढ़ जाएगा.


कब बढ़ेगी बेसिक सैलरी?


मौजूदा वक्त में केंद्रीय कर्मचारियों (Central Government employees) का महंगाई भत्ता 42 फीसदी है. अब अगला रिविजन जुलाई 2023 में होना है, जिसमें 4 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है. मतलब जुलाई के बाद 46 फीसदी की दर से महंगाई भत्ता बढ़ेगा. ऐसी स्थिति में जनवरी 2024 वाले महंगाई भत्ते के रिविजन पर नजर रखनी होगी. अगर वो 4 फीसदी बढ़ता है तो महंगाई भत्ता 50 फीसदी पहुंच जाएगा. अगर 3 फीसदी बढ़ता है तो ये 49 फीसदी होगा. 50% होने की स्थिति में महंगाई भत्ता जनवरी 2024 से ही शून्य हो जाएगा. मतलब जुलाई 2024 से बढ़ी हुई बेसिक सैलरी पर ही महंगाई भत्ता कैलकुलेट होगा. अगर 49 फीसदी रहता है तो जुलाई 2024 तक इंतजार करना होगा.


फिर बढ़ेगा 4 फीसदी महंगाई भत्ता

केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (DA Hike) में 4 फीसदी का इजाफा मार्च में किया गया था. ये जनवरी 2023 से लागू हुआ. अब जुलाई 2023 से अगले महंगाई भत्ते का ऐलान होना है. उम्मीद है कि इसमें भी 4 फीसदी का इजाफा होगा. एक्सपर्ट्स की मानें तो जिस तरह महंगाई के हालात हैं और दो महीने के CPI-IW के आंकड़ें आए हैं, उससे साफ है कि आने वाले दिनों में महंगाई भत्ते में भी 4 फीसदी की तेजी आएगी. मतलब महंगाई भत्ता जुलाई में 46% हो सकता है.


क्यों किया जाएगा महंगाई भत्ता शून्य?

जब भी नया वेतनमान (Central pay commission) लागू किया जाता है कर्मचारियों को मिलने वाले DA को मूल वेतन में जोड़ दिया जाता है. जानकारों का कहना है कि यूं तो नियम कर्मचारियों को मिलने वाले शत-प्रतिशत डीए को मूल वेतन में जोड़ना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो पाता. वित्तीय स्थिति आड़े आती है. हालांकि, साल 2016 में ऐसा किया गया. उससे पहले साल 2006 में जब छठा वेतनमान आया तो उस समय पांचवें वेतनमान में दिसंबर तक 187 प्रतिशत DA मिल रहा था. पूरा डीए मूल वेतन में मर्ज दिया गया था. इसलिए छटे वेतनमान का गुणांक 1.87 था. तब नया वेतन बैंड और नया ग्रेड वेतन भी बनाया गया था. लेकिन, इसे देने में तीन साल लग थे.  

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