फाइनल आंसर-की से पहले जारी परिणाम पर बेरोजगारों ने उठाए सवाल ,प्रथम लेवल शिक्षक भर्ती से जुड़ा है मामला, बाहरी अभ्यर्थियों ने भी बिगाड़ राज्य के बेरोजगारों का गणित
सीकर. कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से शिक्षक भर्ती प्रथम लेवल के जारी परिणाम को लेकर बेरोजगारों ने कई सवाल खड़े किए है। चयन बोर्ड की ओर अब तक सिर्फ प्रांरभिक आंसर की जारी की गई है। अंतिम उत्तर कुंजी जारी करने से पहले परिणाम जारी कर दिया गया। ऐसे में बेरोजगारों का सवाल है कि अभी यह तय नहीं हो सका कौनसे सवालों के उत्तरों में बदलाव हुआ है और कौनसे विवादित प्रश्नों को हटाया गया है। इस वजह से नौकरी की दौड़ में मानने वाले प्रदेश के 70 हजार से अधिक बेरोजगार पूरी तरह बाहर हो गए। क्योंकि उनका दोगुनना सूची में भी नाम नहीं है।
इस मामले में कर्मचारी चयन बोर्ड का तर्क है कि सवाल डिलिट होने से फायदा-नुकसान सभी अभ्यर्थियों के लिए हुआ है। दूसरी तरफ अब द्वितीय लेवल के अभ्यर्थियों ने अंतिम उत्तर कुंजी जारी करने की मांग करना शुरू कर दिया है। द्वितीय लेवल का परिणाम जून महीने में अलग-अलग दिन जारी होंगे। दूसरी तरफ फाइनल परिणाम आने तक कट ऑफ में भी बदलाव सामने आएगा।
दर्द: बाहरी अभ्यर्थियों की वजह से कट ऑफ में उछाल
बेरोजगारों को प्रथम लेवल के परिणाम में बाहरी राज्य के अभ्यर्थियों ने भी नौकरी की दौड़ में कड़ी टक्कर दी है। बेरोजगारों का कहना है कि सरकार की ओर से चार साल बाहरी राज्य के अभ्यर्थियों का कोटा तय करने का आश्वासन दिया जा रहा है। लेकिन अभी तक बाहरी राज्य के अभ्यर्थियों का कोटा तय नहीं हुआ है। इस वजह से लगातार राजस्थान के बेरोजगारों को काफी नुकसान हो रहा है। बेरोजगारों का कहना है कि सरकार की ओर से इस साल एक लाख भर्तियां कराने का भी दावा किया है। यदि अब भी सरकार ने कोटा तय नहीं किया गया तो इन नौकरियों में भी नुकसान होगा।
केस दो
सभी के नंबर हो जारी
सीकर निवासी कुसम सैनी ने बताया कि सभी अभ्यर्थियों की ओएमआर शीट के साथ नंबर भी जारी होने चाहिए। बिना अंतिम उत्तर कुंजी के परिणाम आने की वजह से संशय बना हुआ है। प्रांरभिक आंसर की के हिसाब से जिन अभ्यर्थियों का नंबर आने की आस थी वह भी नौकरी की दौड़ से आऊट हो गए है। वहीं अन्य अभ्यर्थियों ने भी आरपीएससी तर्ज पर फानइल आंसर के बाद ही परिणाम जारी करने का तर्क दिया है।
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