शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करने की सिफारिश
बीकानेर . शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करने तथा उनसे मूल काम कराने की मांग लंबे समय से की जा रही है। इसे लेकर अनेक शिक्षक संगठनों ने शिक्षा मंत्री, शिक्षा निदेशक सहित कई शिक्षा अधिकारियों को ज्ञापन दिए जा चुके हैं। इस मांग को लेकर धरना प्रदर्शन भी किए जा चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। अब शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल ने इस मांग को गंभीरता से लिया है। इस संबंध में उन्होंने शिक्षा ग्रुप विभाग के संयुक्त शासन सचिव को पत्र भेजा है। पत्र में कहा गया है कि राजस्थान शिक्षक संघ ( शेखायत) एवं अन्य शिक्षक संगठनों की मांग की जा रही है कि शिक्षकों को आरटीई की धारा 27 के विपरीत अन्य कार्य करवाए जा रहे है। इससे शिक्षक कक्षा कक्ष से दूर हो रहा है तथा आरटीई की पालना भी नही हो पा रही है। साथ ही शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है। इसका असर परीक्षा परिणाम पर भी पड़ रहा है।इसके अलावा हर वर्ष नामाकंन भी प्रभावित हो रहा है। इसे देखते हुए शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त किया जाए।
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