Breaking

Primary Ka Master Latest Updates | Education News | Employment News latter 👇

शनिवार, 13 मई 2023

सरकारी स्कूलों के बच्चे ऑनलाइन सीखेंगे फॉरेन लैंग्वेज

 

सरकारी स्कूलों के बच्चे ऑनलाइन सीखेंगे फॉरेन लैंग्वेज

सरकारी स्कूलों को इंग्लिश मीडियम बनाने के बाद अब राज्य सरकार नए नवाचार की ओर बढ़ रही है। सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को इंग्लिश स्पोकन, फ्रेंच स्पोकन व अन्य फॉरन लैंग्वेज सिखाई जाएंगी। ऐसा प्रयोग शिक्षा विभाग निदेशालय प्रदेश की स्कूलों में पहली बार करने जा रहा है। इसे लेकर एक्सपर्ट शिक्षकों की एक समिति भी गठित कर ली गई है। सरकारी स्कूलों मैं ऑनलाइन माध्यम से स्टूडेंट्स को स्पोकन लैंग्वेज सिखाएंगे हालांकि ये प्रयोग शुरुआत में आईसीटी लैब, स्मार्ट कक्षाओं वाली स्कूल व उपयुक्त डिजिटल संसाधनों वाले विद्यार्थियों के लिए होगा। इस कार्यक्रम को लेकर जोधपुर समेत प्रदेश के अन्य जिलों के प्रिंसिपल, व्याख्याता व अध्यापक लिए गए हैं। हालांकि इनमें पहले कौनसी कक्षाओं के विद्यार्थी लेंगे, इसको लेकर अभी तक विभाग ने अपनी रूपरेखा तय नहीं की है


कमेटी में भाषा के विशेषज्ञों को शामिल किया

कार्यक्रम निदेशालय से अनुसंधान अधिकारी डॉ. तमन्ना तलरेजा के संयोजन में होगा। गुरमीतसिंह, राउमावि कापरड़ा बिलाड़ा के प्रिंसिपल बालशंकर, अजमेर से प्रिंसिपल करुणा चौधरी, जोधपुर के रामस्वरूप गणेशी देवी चिल्का शास्त्रीनगर की व्याख्याता जे सुईस आसेफा व उदयपुर से अध्यापिका अभिलाषा को शामिल किया गया है। जोधपुर की व्याख्याता जे सुईस फ्रेंच का अच्छा ज्ञान रखती है, इसलिए फ्रेंच भाषा भी प्रदेश के विद्यार्थी सीख सकेंगे।


जोधपुर के लिए महत्वपूर्ण फ्रेंच भाषा

जोधपुर पर्यटन व सैलानियों के लिहाज से महत्वपूर्ण स्थान है। यहां सालाना आने वाले सर्वाधिक पर्यटक फ्रांस देश से आते हैं। जोधपुर में फ्रेंच को लेकर बड़ा स्कोप है। जबकि सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी फ्रेंच सिखते है तो भविष्य में उनके लिए भी रोजगार पैदा होगा। दूसरा सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों की अंग्रेजी पर भी पकड़ कमजोर हैं, ऐसे में इंग्लिश स्पोकन की कक्षाएं भी विद्यार्थियों के लिए कारगर साबित होगी।


441 स्कूलों में स्मार्ट रूम बनेंगे

• आईसीटी लैब हमारे 375 स्कूलों में पहले से है। बजट घोषणा के अनुसार सभी स्कूलों में आईसीटी लैब होगी। अब 441 स्कूलों में स्मार्ट रूम बनाने का कार्य आया है। विदेशी भाषा सिखाने का आदेश पहली बार ही आया है। ऑनलाइन शिक्षक-विद्यार्थी वीडियो कॉरिसिंग के जरिए आमने-सामने लेकर पढ़ सकेंगे। डॉ. भल्लूराम खीचड़, सोडीईओ, जोधपुर

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें