सीट 1 और स्टूडेंट 6: जिले के 17 कॉलेजों में सीटें मात्र 4530, 27 हजार 326 स्टूडेंट प्रवेश की कतार में
पाली-12वीं के सभी रिजल्ट घोषित हो चुके हैं। अब कॉलेजों में मिशन एडमिशन की बारी है। जिले में कुल 17 कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया होगी। हालांकि कॉलेज आयुक्तालय की प्रवेश प्रक्रिया की गाइडलाइन का इंतजार है।12वीं के तीनों संकायों के साथ-साथ सीबीएसई के स्टूडेंट्स को भी मिला दें तो 12वीं में कुल 27 हजार 326 स्टूडेंट्स हैं। जिले के 17 कॉलेजों में कुल 4530 सीटें हैं। ऐसे में प्रत्येक सीट के लिए करीब 6 स्टूडेंट्स कतार में हैं।हालांकि हर बार कॉलेज आयुक्तालय की ओर से सीटों के मुकाबले अधिक आवेदन आने के चलते व छात्र नेताओं की मांग के चलते 20 फीसदी सीटें बढ़ाई जाती हैं। कॉलेजों में नया सत्र 1 जुलाई से शुरू होना है। ऐसे में अब आज या कल में ही प्रवेश प्रक्रिया की पूरी गाइडलाइन आने की संभावना है।
किस कॉलेज में कितनी सीटें, अधिक आवेदन आए तो 20% सीटें बढ़ सकती हैं
- बाली कॉलेज : कला-160, वाणिज्य-80, विज्ञान बायो में 70 व मैथ्स में 70 सीटें
- गर्ल्स कॉलेज, तखतगढ़ : कला 160 सीटें
- सरकारी कॉलेज रायपुर : कला संकाय में 160 सीटें
- सरकारी कॉलेज सोजत सिटी कला 240, वाणिज्य 80, विज्ञान में बायो-70, मैथ्स – 70
- आई गर्ल्स कॉलेज, सोजत सिटी : कला में 160 सीटें
- गर्ल्स कॉलेज बड़ा गुड़ा: कला संकाय में 160 सीटें
- सरकारी कॉलेज, सुमेरपुर : कला में 160, वाणिज्य में 80 व विज्ञान में बॉयो में 70 व मैथ्स में 70
- सरकारी कॉलेज, रोहट कला 160
- सरकारी कॉलेज, जोजावर : कला में 160 सीटें
- सरकारी कॉलेज, मारवाड़ जंक्शन: कला में 160 सीटें
- बांगड़ कॉलेज, पाली कला में 400, साइंस बायो में 70, मैथ्स में 70, कॉमर्स में 240 सीटें
- गर्ल्स कॉलेज, पाली कला में 160, कॉमर्स में 160 व साइंस में 140
- सरकारी कॉलेज, जैतारण : कॉमर्स 80, साइंस में 70, कला में 160 सीटें और इन कॉलेजों में 160 सीटों पर होंगे प्रवेश रानी हिंदी साहित्य, अंग्रेजी साहित्य, इतिहास, राजनीति विज्ञान, भूगोल, संस्कृत व संगीत देसूरी हिंदी साहित्य, अंग्रेजी साहित्य, इतिहास, राजनीति : विज्ञान, भूगोल, संस्कृत व अर्थशास्त्र देवलीरायपुर : हिंदी साहित्य, अंग्रेजी साहित्य, राजनीति विज्ञान, इतिहास, समाजशास्त्र, भूगोल व अर्थशास्त्र बर: हिंदी साहित्य, अंग्रेजी साहित्य, राजनीति विज्ञान, इतिहास, समाजशास्त्र, भूगोल व अर्थशास्त्र प्रवेश नहीं हुआ तो ये ऑप्शन कॉलेजों में स्ववित्तपोषी योजना के तहत दो से चार सेक्शन हो सकते हैं। इसमें कुछ फीस देकर प्रवेश दिया जा सकता है। कॉलेजों में अधिक आवेदन आने पर सीटें बढ़ भी सकती हैं। सरकार विभिन्न कॉलेजों में सेक्शन व नए विषय भी खोल सकती है। इसके बाद भी नहीं प्रवेश मिला तो शहर में निजी कॉलेजों में भी प्रवेश की कतार लग सकती है।
- कॉलेजों में स्ववित्तपोषी योजना के तहत दो से चार सेक्शन हो सकते हैं। इसमें कुछ फीस देकर प्रवेश दिया जा सकता है।
- कॉलेजों में अधिक आवेदन आने पर सीटें बढ़ भी सकती हैं।
- सरकार विभिन्न कॉलेजों में सेक्शन व नए विषय भी खोल सकती है।
- इसके बाद भी नहीं प्रवेश मिला तो शहर में निजी कॉलेजों में भी . प्रवेश की कतार लग सकती है।
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