प्रदेश में शिक्षकों के 134939 पद रिक्त भर्ती प्रक्रिया नहीं होने से विद्यार्थियों का भविष्य अधर में विद्यालय की घंटी तो बज गई, लेकिन रिक्त पदों पर नहीं हुई शिक्षकों की भर्ती
आईडाणा. चुनावों में राजनीतिक पार्टिया बड़े-बड़े वादे करती है और जनता उन पर विश्वास करते हुए उन्हें सत्ता की चाबी सौंप देती। लेकिन, चुनाव में किए गए वादे सिर्फ वादे ही रह जाते हैं, जिससे जनता की बदलाव की उम्मीदें पूरी नहीं हो पातीं। इसका उदाहरण शिक्षा विभाग में भी देखने को मिला रहा है। सरकार ने चुनावों के समय जल्द से जल्द सभी रिक्त पद भरने का वादा तो किया, लेकिन पूरे पांच साल बाद ही शिक्षा विभाग में रिक्त पदों की स्थिति जहां की तहां है। वर्तमान में शिक्षा विभाग कार्मिकों की भारी कमी को झेल रहा है। ऊपर से शिक्षा विभाग पर चुनाव सहित राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की क्रियान्विति की जिम्मेदारी भी डाल दी जाती है।
नवीन शैक्षणिक सत्र के शुरू होते ही में बच्चे बड़ी उम्मीद के साथ बस्ता लेकर पढ़ने के लिए स्कूल पहुंचेंगे, लेकिन विद्यालय में कई विषयों में उनकी पुस्तक खुलवाने वाले शिक्षक ही नहीं होंगे। ऐसे में बच्चों के भविष्य के साथ जो खिलवाड़ हो रहा उसकी भरपाई कैसे होगी। इसको लेकर अभिभावक भी चिन्तित हैं, लेकिन इसके बाद भी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि जल्द शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूरी होगी। राज्य के शिक्षा विभाग में शैक्षणिक कार्य से जुड़े प्रधानाचार्य, उप प्रधानाचार्य, व्याख्याता, वरिष्ठ अध्यापक, अध्यापक श्रेणी तृतीय, शारीरिक शिक्षक एवं प्रयोगशाला सहायक के कुल 490323 पद स्वीकृत हैं। इनमे से 134939 पद रिक्त हैं। इनमें व्याख्याता, वरिष्ठ अध्यापक, तृतीय श्रेणी अध्यापक के रिक्त पदों से शिक्षा की लौ बुझने की कगार पर है।
बढ़ रही प्रशिक्षित बेरोजगारों की संख्या
प्रदेश में समय पर भर्ती परीक्षा नहीं होने से बेरोजगारों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। प्रदेश के विश्वविद्यालयों एवं अन्य राज्यों से करीब एक लाख से अधिक युवा प्रतिवर्ष एसटीसी या बीएड की डिग्री प्राप्त करते हैं। ऐसे में समय पर भर्ती नहीं होने से हर वर्ष एक लाख नए संभागी परीक्षा के लिए पात्रता लेते हुए प्रतियोगी बन जाते हैं।
समय पर पूरी नहीं हो रही भर्तियां
परीक्षा में नकल गिरोह, उत्तर कुंजी पर आपत्ति आदि कारणों से तृतीय श्रेणी अध्यापक लेवल एक व दो, वरिष्ठ अध्यापक, व्याख्याता आदि भर्तियां समय पर पूरी नहीं हो रही, जिससे अभ्यर्थियों की चिंता के साथ साथ विद्यालयों में शिक्षकों की कमी से अभिभावक भी चिंतित है।
प्राथमिक शिक्षा विभाग में रिक्त पद
पदनाम --------------स्वीकृत -----कार्यरत------ रिक्त
प्रधानाध्यापक ।। ग्रेड --17377 -------9860 -----7517
अध्यापक लेवल 2 -----58969-------- 44541 ---14428
अध्यापक लेवल 1----- 117051------- 102499 ---14552
प्रशिक्षक व शा.शिक्षक --8883 --------4776----- 4107
माध्यमिक शिक्षा विभाग में रिक्त पद
पदनाम -----स्वीकृत----- कार्यरत ----रिक्त पद
प्रधानाचार्य ---17162 ------11660 ------5502
उपप्रधानाचार्य -12421 ------9762 -----2659
व्याख्याता -----54903------ 28791---- 26112
वरिष्ठ अध्यापक--- 84929 ---59989---- 24940
अध्यापक लेवल 2 -48538 ----32273 ----16265
अध्यापक लेवल 1 ---49962---- 35338 ---14624
प्रशिक्षक व शा.शिक्षक --15190--- 12090-- 3100
लेब अस्सिटेंट------ 4938 ------3805 -------1133
प्रदेश की स्थिति
स्वीकृत पद ----490323
कार्यरत पद ----355384
रिक्त पद -----134939
विद्यालयों का गणित
कुल विद्यालय -----65150
प्राथमिक शिक्षा ----46843
माध्यमिक शिक्षा ----18307
(शालादर्पण पोर्टल के सीटीजन मॉडयूल के अनुसार शिक्षकों के रिक्त पदों की यह है स्थिति)
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