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सोमवार, 26 जून 2023

महात्मा गांधी स्कूलों में 24 से शुरू होना था प्रवेश का दूसरा चरण, पोर्टल अपडेट नहीं, 600+ स्टूडेंट्स निजी स्कूलों में गए



 महात्मा गांधी स्कूलों में 24 से शुरू होना था प्रवेश का दूसरा चरण, पोर्टल अपडेट नहीं, 600+ स्टूडेंट्स निजी स्कूलों में गए

शिक्षा विभाग की लापरवाही से महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल इस सत्र में पलायन का जरिया बन गई हैं। चौंकाने वाला तथ्य ये है कि सत्र 2023 2024 में प्रवेश के लिए 24 से 28 जून तक दूसरे चरण के आवेदन और 29 जून को लॉटरी के बाद 30 जून को फाइनल लिस्ट जारी करनी थी।दिलचस्प बिंदु ये है कि 26 जून से सरकारी स्कूलों में प्रवेशोत्सव की तैयारी के फेर में महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम में नए प्रवेश का दूसरा चरण शुरू करना भूल गया। अब ऑनलाइन एमजीजीएस पोर्टल पर (यू कैन नॉट अप्लाई ) लिखा हुआ आ रहा हैं। इसका नतीजा ये हुआ कि अब अभिभावक बच्चों का एडमिशन निजी स्कूलों में करवा रहे हैं।  


शिक्षा विभाग ने रिकॉर्ड जुटाया है कि एक स्कूल से औसत चार बच्चों का एडमिशन नहीं हुआ। इस तरह 165 स्कूलों में 660 स्टूडेंट्स का एडमिशन नहीं होकर निजी की तरफ रूख हुआ है।एक्सपर्ट्स का कहना है कि निजी स्कूलों की तरफ रूझान होने से सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में नामांकन कम होने की चुनौती आ सकती है। अभिभावकों का कहना है कि विभाग को मई में लोटरी के बाद आगे एडमिशन प्रक्रिया को लेकर दिशा निर्देश जारी करने थे, लेकिन विभाग ने रिक्त सीटो को भरने के लिए अब तक कोई निर्देश जारी नहीं किए हैं। ऐसे में विभाग की देरी से और एडमिशन होने पर उनकी पढ़ाई भटक रहे हैं। 

उल्लेखनीय है कि प्रदेश बच्चों की पढ़ाई में बाधा आने का का आधा हिस्सा छूटने का खतरा है। में 2070 और सीकर जिले में करीब खतरा है। इसलिए बच्चों का मजबूरन अभिभावकों की शिकायत के बाद 165 महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम निजी स्कूलों की तरफ जाने की तैयारी भास्कर ने पता किया तो सामने आया सरकारी स्कूल हैं। विभाग ने प्रवेश के में लग गए हैं। अभिभावकों का कहना कि पोर्टल पर ऑनलाइन एडमिशन लिए पहला चरण 4 मई से 9 मई तक है कि बच्चों का समय पर एडमिशन प्रक्रिया ठप है। ऐसे में कई विद्यार्थी शुरू किया था। पहले चरण में लॉटरी जरूरी हैं। जब स्कूल खुल जाएंगी दूसरे चरण में एडमिशन के लिए भी निकाली थी।


महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूलों में मई में एडमिशन के बाद भी स्कूलों में अधिक सीट खाली हैं तो यह गंभीर बात है। प्रदेश की लिस्ट मंगवाउंगा और अधिकारियों को जल्द समाधान के लिए निर्देशित किया जाएगा। डॉ. बीडी कल्ला, शिक्षा मंत्री


इन चार उदाहरण से समझिए अभिभावकों और स्टूडेंट्स को किस तरह से हो रही परेशानी


दोनों चरणों में पोर्टल की समस्या होने से एडमिशन नहीं मिला रोहित को

पलसाना के रामकुमार का कहना है कि वे मजदूरी करते परिवार चलाते हैं। बेटा रोहित पढ़ाई में होशियार है। लोगों की सलाह पर महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूल में दाखिले की योजना बनाई। एडमिशन के लिए मई में स्कूल गया तो उस समय भी पोर्टल की समस्या थी। फिर परिचित अध्यापक ने बताया कि दूसरे चरण में बच्चे को एडमिशन करा देना। जब स्कूल में गया तो जानकारी मिली की अभी पोर्टल पर एडमिशन शुरू नही हुए हैं, बाद में आना। पोर्टल चले।


दो दिन स्कूल गए, कर्मचारी ने कहा अभी एडमिशन बंद, 30 के बाद आना

राजकुमार होदकास्यां ने बताया कि उनके एक बेटी व एक बेटा हैं। पहले वो मुडियावास में पढ़ते थे। इस बार उनकी जिद थी कि महात्मा गांधी स्कूल में अंग्रेजी पढ़ना है। इसलिए एडमिशन कराने के लिए गया तो स्कूल में स्टाफ नही मिला। दो बार चक्कर लगाने पड़े। इसके बाद स्कूल में उपस्थित कर्मचारी ने कहा कि महात्मा गांधी स्कूल में एडमिशन बंद हो गए, एडमिशन शुरू होने पर सूचना भिजवा देंगे। 30 जून के बाद आकर पता कर लेना।


पोर्टल पर आवेदन शुरू नहीं होने की बात कहकर लौटा दिया

पिपराली ब्लॉक के रामचंद्र कुमावत ने बताया कि बच्चे का एडमिशन कराने महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूल में गया, लेकिन पोर्टल पर अभी आवेदन शुरू नहीं होने की बात कहकर घर भेज दिया। समय पर एडमिशन नही होने पर बच्चे की पढ़ाई को लेकर चिंता है। इसलिए मजबूरन निजी स्कूलों में जाना पड़ता है। जबकि वहां सरकारी के बजाय ज्यादा फीस देनी पड़ती है। अब इंतजार कर रहे हैं कि कब


आगे से अभी आदेश नही आए फिर आना, कहकर घर भेज दिया

खंडेला की मनभरी देवी ने बताया कि उनके पति गुजरात में टाइल्स मार्बल की फैक्ट्री में मजदूरी करते हैं। पिछली बार मई में जब महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूलों में एडमिशन के लिए फॉर्म भरवाए थे तब पति का फोन आया था कि दोनो बेटियों का अंग्रेजी स्कूल में एडमिशन करवा देना जब मेने ऑनलाइन फॉर्म भरा तब लॉटरी में नाम नही आया। स्कूल में पूछने पर बताया कि दूसरे चरण में एडमिशन करा लेना, लेकिन अभी भी कह रहे है कि एडमिशन के आगे से कोई आदेश नहीं आए


पिछले साल 10 दिन देरी से शुरू हुआ था दूसरा चरण

पिछले साल 2022 में भी दूसरा चरण सात जुलाई के करीब शुरू हुआ, जिसके कारण काफी नामांकन कम हुआ। इस बार भी दूसरा चरण लेट होने पर नामांकन पर फर्क पड़ सकता है। इस बार तो अभी तक विभाग ने प्रवेश आवेदन के लिए तारीख ही जारी नही की है। ऑनलाइन आवेदन के कारण विद्यार्थी ऑफलाइन आवेदन भी नही कर सकता। मॉडल शेड्यूल जारी प्र नही होने से कई विद्यार्थी महात्मा से वंचित रह जाएंगे।एक्सपर्ट के अनुसार विभाग ने महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूलों में 4 मई से 15 मई तक एडमिशन प्रक्रिया शुरू की थी, उस समय स्कूलों में बहुत कम आवेदन आए जिस कारण सीटे रिक्त रह गई

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