वरिष्ठ अध्यापक भर्ती:25-25 परीक्षार्थियों के बैच को उत्तर रटाया था... पकड़े ना जाएं इसलिए पेपर नहीं बांटा
वरिष्ठ अध्यापक प्रतियोगी परीक्षा-2022 के पेपर लीक मामले में आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा, भांजे विजय कटारा और चालक गोपालसिंह के खिलाफ एसओजी ने चालान पेश कर दिया। अगली तारीख 27 जून को होगी। एसओजी ने चार्जशीट में बताया कि पेपर लीक के मास्टर माइंड शेरसिंह के कहने पर रामगोपाल और अरुण ने ऐसे परीक्षार्थियों से संपर्क साधा, जो 2 से 5 लाख रुपए देने में सक्षम थे। दोनों ने 50 परीक्षार्थियों से वसूली की थी। इसके बाद शेर सिंह ने सभी अभ्यर्थियों के 25-25 बैच बनाए। पेपर के प्रश्न कहां दिए जाएंगे, इसके लिए अलग-अलग लोकेशन तय की गई।रामगोपाल और अरुण कुमार को पेपर के सवाल नहीं बांटे। शेरसिंह नहीं चाहता था कि उसके टाइप किए हुए पेपर के सवाल से रामगोपाल और अरुण आगे हजारों परीक्षार्थियों तक पहुंचे। वह खुद दोनों ठिकानों पर पहुंचा और परीक्षार्थियों को बोल-बोल कर सवाल कॉपी करवाया।
नेटवर्क मार्केटिंग की तरह 5 से 6 जिलों में बांटा पेपर
एसओजी ने पेपर लीक के संबंध में जिले के बेकरिया थाने में दर्ज मामले में आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा और उसके चालक गोपालसिंह को अजमेर स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया था। कटारा के भांजे विजय कटारा को डूंगरपुर जिले में उसके गांव स्थित घर से गिरफ्तार किया था। आरपीएससी सदस्य कटारा ने 60 लाख रुपए में नकल गिरोह के सरगना बर्खास्त सरकारी वाइस प्रिंसिपल शेरसिंह मीणा को पेपर बेचा था।
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