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सोमवार, 26 जून 2023

माध्यमिक शिक्षा में हर खेल के ₹50 हजार, प्रारंभिक में में सिर्फ 20-25 हजार का बजट, पिछले साल दिया ही नहीं,कई बार शिक्षकों ने किया भुगतान

 

माध्यमिक शिक्षा में हर खेल के ₹50 हजार, प्रारंभिक में में सिर्फ 20-25 हजार का बजट, पिछले साल दिया ही नहीं,कई बार शिक्षकों ने किया भुगतान

शिक्षा विभाग में माध्यमिक व प्रारंभिक शिक्षा में खेल के नाम पर खुलकर भेदभाव किया जा रहा है। एक तरफ माध्यमिक शिक्षा को एक राज्य स्तरीय टूर्नामिंट के लिए 50 हजार का बजट मिल रहा है। तो प्रारंभिक शिक्षा को महज 20 और 25 हजार रुपए मिल रहे है। गंभीर बात तो यह है कि पिछले साल सैकंडरी और एलीमेंट्री सेटअप में नए खेल जोड़कर राज्य स्तर पर खेल प्रतियोगिताएं करवाने के आदेश तो कर दिए, लेकिन माध्यमिक शिक्षा को पूरा बजट देकर प्रारंभिक शिक्षा को उन्हीं खेलों और खिलाड़ियों को एक रुपया भी नहीं दिया।


जब विभागीय स्तर से निदेशालय में बात पहुंची तो पैसों का सारा भार भामाशाहों व आयोजकों पर डाल दिया है। शिक्षा विभाग माध्यमिक में नए-पुराने 48 और प्रारंभिक में 38 खेलों का आयोजन पिछले वर्ष किया गया। इनमें गत वर्ष राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं के लिए सैकंडरी सेटअप को प्रति प्रतियोगिता 50 हजार रुपए बजट दे दिया गया, जबकि प्रारंभिक शिक्षा को नए तो दूर पुराने खेलों की प्रतियोगिताओं का भी पैसा नहीं दिया। ऐसे में शिक्षा विभाग को भामाशाहों और आयोजकों की ओर मुंह ताकना पड़ा। इतना ही नहीं कई जगहों पर तो शारीरिक शिक्षकों को जेब से पैसे देकर  सबसे बुरी स्थिति प्रारंभिक शिक्षा विभाग के अधीन होने वाली जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं की है। जिसका बजट दो से ढाई हजार रुपए है। गंभीर बात यह है कि इतने बजट में खिलाड़ियों को दिया जाने वाला पुरस्कार भी नहीं आता है, जबकि उद्घाटन और समापन पर आयोजकों को लाइट- टैंट पानी, माला- साफा, चाय-नाश्ता भोजन, खेल उपकरण व खेल मैदान आदि की व्यवस्था करनी पड़ती है।


जिला स्तरीय प्रतियोगिता का बजट दो-ढाई हजार, इतने में सुविधाएं तो दूर पुरस्कार जुटाना भी मुश्किल

जानिए, प्रारंभिक शिक्षा में किस खेल के लिए कितना बजटः राज्य स्तर पर प्रारंभिक शिक्षा के अधीन किसी भी खेल की एक प्रतियोगिता में बॉयज- गर्ल्स की 150 से 200 टीमें आती है। जिनकी व्यवस्था में लाखों खर्च होते है, जबकि शिक्षा विभाग टेबल टेनिस, बेडमिंटन, जिम्नास्टिक, टेनिस, जूडो, कुश्ती प्रतियोगिता करवाने के लिए सिर्फ 20 हजार रुपए देते हैं। शेष प्रतियोगिताओं के लिए 25 हजार रुपए का बजट है।


प्रारंभिक शिक्षा में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में कुछ खेलों का 20 हजार और कुछ का 25 हजार का बजट है, जो पिछली बार जारी नहीं हुआ। माध्यमिक शिक्षा के तहत हुई खेल प्रतियोगिताओं का बजट पूरा मिला। वहीं जिला स्तर पर सिर्फ ढाई हजार का बजट है। जिसमें खेलों का आयोजन करवाना मुश्किल होता है।- सुमित्रा पंवार, उप जिला शिक्षाधिकारी खेल


माध्यमिक और प्रारंभिक दोनों के अधीन होने वाली खेल प्रतियोगिताओं में खिलाड़ी तो शिक्षा विभाग के ही है तो फिर यह दोहरी नीति क्यों? दोनों ही प्रभागों में सारी व्यवस्था और नियम एक से है तो फिर एक में बजट कम और उसमें भी पिछले साल का बजट ही नहीं देना, यह कहां की नीति है। - गणपतसिंह जैतावत, जिलाध्यक्ष, रा.शाशि शिक्षक संघ

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