शिक्षकों को पदोन्नति देना भूली सरकार, शिक्षा विभाग में 57280 पद रिक्त,डीपीसी के अभाव में हजारों पद रिक्त
शिक्षा विभाग में एक ओर तो नित नए नवाचार हो रहे हैं और योजनाओं को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर लगातार चौथा सत्र शुरू हुए तीन माह बीत जाने के बाद भी तीन सत्रों की बकाया पदोन्नति नहीं हुई है। इससे शिक्षा विभाग के विभिन्न संवर्गों के कर्मचारी आर्थिक तथा मानसिक पीड़ा से गुजर रहे हैं। जबकि शिक्षा विभाग के अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही। राज्य के शिक्षा विभाग में पदोन्नति के अभाव में वरिष्ठ अध्यापक से लेकर जिला शिक्षा अधिकारी तक के सभी पद विगत तीन वर्षों से पदोन्नति का इंतजार कर रहे हैं। सभी पदों की 2021.22 से लेकर 2023.24 की पदोन्नति में अध्यापक से वरिष्ठ अध्यापक रष्ठ अध्यापक से व्याख्याताओं की पदोन्नति बकाया है।
शिक्षा विभाग में पूर्व में प्रधानाध्यापक माशि के समकक्ष नव सृजित किए उप प्रधानाचार्य पद पर सौ प्रतिशत पदोन्नति व्याख्याताओं से कर दी गई। मगर पूर्व पद प्रधानाध्यापक की तरह आधे पदों पर सीधी भर्ती तथा आधे पदों पर पदोन्नति होनी चाहिए। उप प्रधानाचार्यपर पदोन्नति तो हुई मगर न्यायालय की भेंट चढ़ गई और उनका पदस्थापन रुक गया। दूसरी ओर शिक्षा विभाग में प्रधानाचार्यों के लगभग 7000 पद रिक्त चल रहे हैं। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालयों में भी जिला शिक्षा अधिकारियों की पदोन्नति लंबित होने से कार्यवाहक अधिकारी कामकाज संभाल रहे हैं। शिक्षा विभाग द्वारा 1 अप्रैल 2023 को जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार चतुर्थ श्रेणी से लेकर संयुक्त निदेशक स्तर तक स्वीकृत 3, 44,724 पदों में से 1,28, 894 पद रिक्त हैं। पिछले तीन सत्रों की बकाया डीपीसी में वरिष्ठ अध्यापक से जिला शिक्षा अधिकारी पद तक पूरे राजस्थान में लगभग 57280 पद रिक्त चल रहे हैं
शिक्षा विभाग के पिछले 3 सत्रों की बकाया डीपीसी नहीं होने से शिक्षा विभाग में लगभग 50,000 से ज्यादा पद खाली पड़े हैं। इसमें भी तबादलों ने कोढ़ में खाज का काम किया, जिससे ग्रामीण क्षेत्र के राजकीय विद्यालयों में बड़ी संख्या में पद रिक्त हो गए। इसका खामियाजा इन विद्यालय में पढ़ने वाले लाखों विद्यार्थियों को उठाना पड़ रहा है। राऊ सरकार से मांग हैं, कि शीघ्र ही पदोन्नति कर रिक्त पदों को भरा जाए।-सुभाष बिश्नोई सदस्य प्रदेश मीडिया राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय
रिक्त पदों की स्थिति
प्रधानाचार्य स्वीकृत----17078
कार्यरत---- 9694
रिक्त----7384
उप प्रधानाचार्य स्वीकृत ----12472
कार्यरत---2360
रिक्त--- 10112
व्याख्याता स्वीकृत---54277
कार्यरत----39444
रिक्त.----14833
वरिष्ठ अध्यापक स्वीकृत[-----80821
कार्यरत---56741
रिक्त------24080
अध्यापक स्वीकृत----92963
कार्यरत---- 66121
रिक्त------26842
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी स्वीकृत-----26818
कार्यरत-----6364
रिक्त----20454
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