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रविवार, 25 जून 2023

खेती की पढ़ाई का बढ़ रहा चाव, वाणिज्य को नहीं मिल रहा भाव

 

 खेती की पढ़ाई का बढ़ रहा चाव, वाणिज्य को नहीं मिल रहा भाव

हनुमानगढ़. खेती की पढ़ाई को लेकर पढ़ेसरियों में रूचि बढ़ती जा रही है। वहीं वाणिज्य संकाय को विद्यार्थी अब भाव नहीं दे रहे हैं। इसका परिणाम यह है कि जिले के सरकारी विद्यालयों में निरंतर कृषि संकाय मंजूर किए जा रहे हैं। हाल ही माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने चार राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अतिरिक्त कृषि संकाय खोलने की स्वीकृति जारी की है।दूसरी ओर वाणिज्य संकाय की स्थिति यह है कि पिछले कुछ साल से जिले के किसी सरकारी विद्यालय में वाणिज्य संकाय स्वीकृत करने की मांग नहीं उठी है और ना ही मंजूर किया गया है। यह हालात केवल हनुमानगढ़ ही नहीं बल्कि कमोबेश हर जिले में है। तभी तो पूरे प्रदेश में ही बारहवीं बोर्ड की परीक्षा में मात्र 27 हजार विद्यार्थी ही शामिल हुए थे। हनुमानगढ़ जिले में यह संख्या सिर्फ 225 रही थी। इससे वाणिज्य संकाय के प्रति घटती रूचि का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।


प्रदेश में 62 को कृषि संकाय

माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने रावतसर ब्लॉक के राउमावि पल्लू तथा न्योलखी में अतिरिक्त कृषि संकाय स्वीकृत किया है। इसके अलावा हनुमानगढ़ ब्लॉक के राउमावि पक्का सारणा तथा टाउन के सेठ राधाकिशन बिहाणी राजकीय बालिका उमावि में कृषि संकाय मंजूर किया है। प्रदेश भर में 62 राउमावि में अतिरिक्त कृषि संकाय खोलने की स्वीकृति निदेशालय ने जारी की है। इन सभी विद्यालयों में नवीन कृषि संकाय का संचालन शिक्षा सत्र 2023-24 से हो जाएगा। यद्यपि स्वीकृति के वर्ष सुविधानुसार कक्षा 11 तथा 12 एक साथ प्रारंभ की जा सकती है।


इसलिए बढ़ रही रूचि

कृषि उत्पाद, आदान, विपणन आदि से जुड़ा बड़ा क्षेत्र है। इन क्षेत्र में निरंतर नई कंपनियां आ रही हैं। ऐसे में कृषि वैज्ञानिकों तथा कृषि संकाय स्नातकों की मांग बढ़ रही है। कॅरियर के लिहाज से अच्छी संभावना के चलते विद्यार्थियों की कृषि संकाय में अध्ययन के प्रति रूचि बढ़ रही है।


71 विद्यालयों में अतिरिक्त विषय स्वीकृत

हनुमानगढ़. माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश के 71 राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अतिरिक्त विषय संचालन की स्वीकृति प्रदान की है। एडीईओ रणवीर शर्मा ने बताया कि जिले के आठ विद्यालयों में अतिरिक्त विषय स्वीकृत किया गया है। इनमें से राउमावि मंदरपुरा, जसाना व जोड़किया में राजनीति विज्ञान, राउमावि मेघाना में हिन्दी, राउमावि संतपुरा में भूगोल, सेठ राधाकिशन बिहाणी बालिका उमावि टाउन व राउमावि पक्का भादवा में अंग्रेजी तथा राउमावि संगरिया में गृह विज्ञान विषय को मंजूरी दी गई है।


इधर बिगड़ रही गत

एक तरफ नवीन संकाय के रूप में कृषि संकाय खुल रहा है, दूसरी तरफ कॉमर्स में विद्यार्थी घट रहे हैं। इस साल माशिबो की कक्षा बारहवीं कॉमर्स संकाय की परीक्षा में प्रदेश से 27325 विद्यार्थी बैठे थे। जबकि कुछ साल पहले ही यह आंकड़ा एक लाख से ज्याद था। किसी अन्य संकाय में ऐसी गिरावट नहीं आई है। जिले की बात करे तो कॉमर्स संकाय से कुल 225 विद्यार्थियों ने ही परीक्षा दी थी। कई निजी महाविद्यालयों में तो पिछले चार-पांच साल में वाणिज्य संकाय पर ताले की स्थिति है।

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