राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड: कम परिणाम वाले स्कूलों के प्रिंसिपल पर अब गिर सकती है तबादले की गाज
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं में जिले की की सात स्कूलों को प्रतिशत कम आने के बाद अब आरसीएससीई (राजस्थान कौंसिल ऑफ स्कूल एजुकेशन) की स्टेट रैंकिंग में पूरे जिले का खराब प्रदर्शन कई प्राचार्यों और जिला शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर भारी पड़ सकता है। शिक्षा विभाग अब रैंकिंग में 20वां स्थान आने को लेकर समीक्षा करेगा। रामाशिबोर्ड के 10वीं के परिणाम जारी हुए थे। इन परिणामों अजमेर जिले के सात स्कूलों का प्रदर्शन खराब रहा था और इन स्कूलों के प्रिंसिपल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। नोटिस प्रदेश के 26 जिलों के 88 स्कूलों के प्रिंसिपल को दिए गए हैं। इसमें अजमेर के 7, अलवर के 4, बांसवाड़ा के 2, बाड़मेर के 1, भरतपुर के 2, भीलवाड़ा के 3, बीकानेर के 2, चित्तौड़गढ़ और चूरू के 1-1, जयपुर के 4, झुंझुनूं के 2, जैसलमेर का 1, जोधपुर का 1, कोटा के 8, नागौर का 1, पाली के 5, सवाईमाधोपुर के 6, सीकर के 2, सिरोही के 5, श्रीगंगानगर का 1, उदयपुर के 11, धौलपुर और दौसा के 1-1, बारां के 3, राजसमंद के 2 और करौली के 11 स्कूलों के प्रिंसिपल को यह नोटिस दिए गए थे।
12 जून को जारी इस नोटिस के तहत 15 दिन में इन सभी को कारण बताना होगा। जिला शिक्षा विभाग जिले के सात प्रिंसिपल को मिले नोटिस को लेकर ही परेशान था, अब स्टेट सर्वे रिपोर्ट ने समीक्षा करने की स्थिति बना दी है। विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि संभवतः बीकानेर से अधिकारी पूरे प्रदेश की संयुक्त समीक्षा बैठक आयोजित की जाए, लेकिन इससे पहले स्थानीय स्तर पर भी समीक्षा करनी ही पड़ेगी। इसमें खराब परिणाम वाले सात स्कूलों के प्रिंसिपल के अलावा विभाग के ऐसे अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है जो लंबे समय से बने हुए हैं। इनका तबादला किए जाने की भी आशंका है। स्टेट रैंकिंग में अजमेर 32.97 स्कोर के साथ 20 वें स्थान पर आया है
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