सरकारी कंपनियों में घट रहे कर्मचारी, अनुबंध-दिहाड़ी पर भर्ती का चलन बढ़ा
नई दिल्ली. केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों (सीपीएसई) में कर्मचारियों की संख्या लगातार घट रही है। इन उद्यमों में जो नई भर्तियां की जा रही हैं उनमें भी अनुबंध और दैनिक वेतन (कॉन्ट्रैक्ट) के आधार पर ज्यादा की जा रही है। इस बात का खुलासा साल 2012-13 से 2021-22 तक की सार्वजनिक उद्यम सर्वेक्षण रिपोर्ट के विश्लेषण में हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक पिछले एक दशक के दौरान इस क्षेत्र में कुल रोजगार में 2.7 लाख से अधिक की कमी दर्ज की गई है।
मार्च 2013 में सीपीएसई में कर्मचारियों की संख्या 17.3 लाख थी, जो मार्च 2022 तक 14.6 लाख रह गई। सरकारी कंपनियां कॉन्ट्रैक्ट पर कर्मचारियों से काम करा रही हैं। मार्च 2013 में 1.7 लाख कर्मचारियों में से 17% अनुबंध पर थे, जबकि 2.5% दैनिक वेतन वाले श्रमिकों के रूप में कार्यरत थे। जबकि 2022 में कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वालों की संख्या में 36% की बढ़त देखने को मिली है, वहीं दैनिक श्रमिकों की हिस्सेदारी बढ़कर 6.6% हो गई है।
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