डेढ़ करोड़ खर्च कर स्कूलों से जोड़ी जाएंगी ‘आपणी लाडो’
धौलपुर. बेटियों को शिक्षा से जोडऩे के लिए समुदाय जागृति अभियान शुरू किया जाएगा। इस अभियान में उन बालिकाओं से संपर्क किया जाएगा, जो किन्हीं कारणों से स्कूल नहीं आ रही हैं। साथ ही ड्रॉप आउट भी हो चुकी हैं। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना है। कार्यक्रम पर डेढ़ करोड़ से अधिक राशि खर्च की जाएगी। इस कार्यक्रम के अंतर्गत बालिकाओं को विद्यालयों से जोडऩे, ठहराव सुनिश्चित करने के लिए रैली निकाली जाएगी।
सार्वजनिक स्थलों पर पोस्टर लगाए जाएंगे। प्रदेश में प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक स्कूलों की संख्या 68544 है। इसमें से 53005 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के लिए 132.5125 लाख रुपए तथा 15539 माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों के लिए 38.8475 लाख रुपए का प्रावधान रखा गया है। गौरतलब है कि कोरोना काल के समय पूरे राज्य में सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों की संख्या 96 लाख के आसपास पहुंच गई थी। जैसे ही कोरोनाकाल खत्म हुआ और कक्षाएं सामान्य ढंग से चलना शुरू हुईं, खासतौर से सरकारी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति में गुणात्मक गिरावट देखने को मिली। कहां तो राज्य सरकार एक करोड़ बच्चों का जश्न मनाने का इंतजार कर रही थी और कहां स्कूलों में संख्या लगभग 88 हजार के आसपास रह गई है।
ऐसे जोड़ा जाएगा बालिकाओं को स्कूल से
राज्य के समस्त जिलों के सभी राजकीय प्राथमिक/उच्च प्राथमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में जुलाई में एक रैली एवं एसएमसी, एसडीएमसी की बैठक आयोजित की जाएगी। रैली से एक दिन पूर्व ही बच्चों को रैली के आयोजन एवं उद्देश्यों के बारे में जानकारी दी जाएगी। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम की ब्रांड अंबेसडर टोक्यो पैरा ओलम्पिक में स्वर्ण पदक विजेता अवनि लखेरा की सफलता की कहानी का वृत्तांत भी बताया जाएगा। रैली में विद्यालय के सभी विद्यार्थी एवं शिक्षक-शिक्षिकाएं भाग लेंगी। अभिभावकों एवं जनप्रतिनिधियों को भी यथासंभव रैली में सम्मिलित किया जाएगा।
इनका कहना है
बेटियों को स्कूल से जोड़ा जाएगा। प्रवेशोत्सव के तहत भी अध्यापक घर-घर जाकर बच्चों को स्कूलों से जोड़ेंगे।अरविंद शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी, धौलपुर
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