लॉटरी नहीं इस बार साक्षात्कार से होगा चयन
बांसवाड़ा. दूध का जला छाछ भी फूंक कर पीता है। स्वायत्त शासन विभाग की ओर से नगर निकायों में सफाई कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया में कुछ ऐसा ही प्रतीत हो रहा है। भर्ती प्रक्रिया को लेकर पहली बार ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया अपनाई गई है। आवेदन आगामी 19 जुलाई तक लिए जाएंगे। ऑनलाइन प्रक्रिया के चलते इस बार निकाय मुख्यालय पर आवेदन लेने से मुक्ति मिल गई है, किंतु साक्षात्कार की जिम्मेदारी निकायों पर ही रहेगी।
प्रदेश में पिछली दो सफाई कर्मचारियों की भर्ती 2012 व 2018 में आवेदन प्रक्रिया ऑफलाइन अपनाई गई थी। 2018 की भर्ती में कथित अनियमितताओं का मामला राजस्थान उच्च न्यायालय तक भी पहुंचा। ऐसे में इस बार विभाग ने भर्ती प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया है, जिसके अन्तर्गत इन दिनों आवेदन किए जा रहे हैं। आवेदन प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद प्राप्त आवेदनों में से पात्र अभ्यर्थियों का चयन निकाय स्तर पर गठित समिति की ओर से साक्षात्कार व प्रायोगिक परीक्षा के आधार पर किया जाएगा। चयन के दौरान आवश्यक अनुभव प्रमाण पत्र के साथ ही वाल्मीकि व हेला समाज के अभ्यर्थियों का प्राथमिकता दी जाएगी।
2018 में प्रदेश में 11 हजार सफाई कर्मचारियों की भर्ती में लॉटरी के माध्यम से चयन हुआ था। आवेदनों की वर्गवार लॉटरी निकाली गई थी। इस बार आवेदन करने वालों अभ्यर्थी का चयन लॉटरी की बजाय साक्षात्कार व प्रायोगिक प्रक्रिया से साक्षात्कार के बाद अभ्यर्थी से सड़क पर झाडू लगवाने से लेकर नालियों की सफाई तक का काम करवाया जा सकता है।
जिले में इतने पद
विभाग ने प्रदेश के निकायों में 13 हजार 184 पदों के लिए भर्ती निकाली है। इसमें जिले के निकायों के अन्तर्गत बांसवाड़ा नगर परिषद के लिए 89 व कुशलगढ़ के लिए 20 पद हैं। डूंगरपुर में 36 व सागवाड़ा में 13 पद हैं। गढ़ी-परतापुर के लिए कोई पद नहीं है।
विवादित रही गत भर्ती
नगर परिषद में 2018 में हुई भर्ती विवादित रही। 219 पदों के लिए हुई भर्ती में अपात्र लोगों का चयन करने और पात्र को वंचित रखने के आरोप लगे। प्रकरण उच्च न्यायालय में पहुंचा। आयुक्त को अवमानना पर नोटिस मिला, वहीं कई चयनित कार्मिकों को सेवा से पृथक भी करना पड़ा था।
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