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गुरुवार, 29 जून 2023

पहले ही दिन से बच्चों को मिलेगा मिल्क पाउडर दूध



 पहले ही दिन से बच्चों को मिलेगा मिल्क पाउडर दूध

बीकानेर. राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले पहली से आठवीं तक के बच्चों को 1 जुलाई से ही मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत मिल्क पाउडर दूध पीने को मिलेगा। इसके लिए स्कूल खुलने से पहले ही संस्था प्रधानों को दूध का पर्याप्त स्टॉक रखने के निर्देश दिए गए हैं। सभी संस्था प्रधानों को अपने स्कूल में नामांकित पहली से आठवीं के बच्चों को ग्रीष्मावकाश के बाद पहले ही दिन से दूध पीने के लिए देने की व्यवस्था करने को कहा गया है। अगर किसी स्कूल में इन कक्षाओं के नामांकन के अनुसार मिल्क पाउडर की पर्याप्त मात्रा नही है, तो उन्हें 1 जुलाई से पहले सप्लायर से संपर्क कर मिल्क पाउडर का इंतजाम करना होगा।


पहले सप्ताह में दो दिन था

मुख्यमंत्री बाल गोपाल दूध योजना के तहत पहले बच्चों को सप्ताह में दो दिन ही दूध पिलाने की व्यवस्था थी, लेकिन मुख्यमंत्री ने बाद में बच्चों को रोजाना दूध देने की घोषणा की।कुछ महीनों तक तो ये व्यवस्था लागू ही नहीं हो पाई। उसके बाद सत्र समाप्ति तक विद्यार्थियों को दूध तो मिलने लगा, लेकिन कहीं पर्याप्त स्टॉक नहीं होने, तो कहीं सप्लायर द्वारा समय पर मिल्क पाउडर उपलब्ध नहीं करा पाने के कारण बाधाएं भी आईं।उसी को ध्यान में रखते हुए इस बार स्कूल खुलने के पहले ही शिक्षा अधिकारियों ने संस्था प्रधानों को सतर्क करते हुए इंतजाम पुख्ता करने के निर्देश दिए हैं।


ये मात्रा है निर्धारित

पहली से पांचवीं तक के बच्चों को प्रति बच्चे के हिसाब से 15 ग्राम मिल्क पाउडर और 8.4 ग्राम चीनी से 150 एमएल दूध बनाना होगा, जबकि छठीं से आठवीं तक के बच्चों को 20 ग्राम मिल्क पाउडर तथा 10.2 ग्राम चीनी से 200 एमएल दूध बनाकर बच्चों को उपलब्ध कराना होगा।


दूध सप्लाई करती है यह एजेंसी

राज्य में सरकारी स्कूलों में मिल्क पाउडर सप्लाई करने के लिए राजस्थान को ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन को अधिकृत किया गया है, जो जिलेवार स्कूलों को आवंटित मात्रा के अनुसार डोर स्टेप डिलीवरी देगा। संस्था प्रधानों को उनके जिले के लिए अधिकृत सप्लायर को अपनी डिमांड देनी होगी, जिसकी सप्लाई स्कूलों में ये सप्लायर करेंगे।


प्रार्थना सभा के बाद मिलेगा दूध

बच्चों को प्रार्थना सभा के तुरंत बाद दूध दिया जाएगा। विद्यार्थियों को दूध पिलाए जाने से पूर्व एक अध्यापक तथा एसडीएमसी के सदस्य दूध को चखेंगे, जिसका रिकार्ड रखा जाएगा।


...तब अलग से बजट

जिन स्कूलों में इस शिक्षण सत्र 23-24 में नामांकन बढ़ता है, तो आवश्यकता अनुसार दूध गर्म करने का भगोना, बच्चों की संख्या के अनुसार अतिरिक्त गिलास खरीदने के लिए अलग से बजट मिलेगा।


. तो संस्था प्रधान जिम्मेदार

किसी स्कूल में बच्चों को पहले दिन से दूध नहीं मिलता है, तो संबधित संस्था प्रधान को जिम्मेदार माना जाएगा। अभी स्कूल में बच्चे दो दिन बाद आएंगे, तब तक संस्था प्रधान को मिल्क पाउडर, चीनी, बर्तन, गैस, दूध को गर्म करने के बर्तन, गिलासों आदि की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। मिड डे मील प्रभारियों को मिल्क पाउडर को सुरक्षित रखना होगा।

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