शिक्षक बनेंगे पथ-प्रदर्शक, दिखाएंगे विद्यार्थियों को भविष्य की राह
बीकानेर. प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा नए शैक्षणिक सत्र के आगाज के उपलक्ष्य में राज्य के सभी सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूलों में 10वीं कक्षा उत्तीर्ण कर चुके विद्यार्थियों को आगामी कक्षाओं में प्रवेश के लिए विषय चयन का मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए कॅरिअर काउंसलिंग की जाएगी। इसके लिए शिक्षक पथ प्रदर्शक की भूमिका निभाएंगे।हालांकि शिक्षा विभाग ने पहले ही हेल्प डेस्क लगाने की घोषणा कर दी थी, लेकिन इसके लिए गाइडलाइन जारी नहीं की गई थी। अब गाइड लाइन जारी कर 11वीं में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की काउंसलिंग की जाएगी। इसे डायल फ्यूचर का नाम दिया गया है। इस प्रकार का प्रयोग शिक्षा जगत में पहली बार हो रहा है।
कॅरिअर गोल्स के अनुरूप विषय चयन कराने का उद्देश्य
दसवीं कक्षा में पास होने के बाद विद्यार्थियों में उनकी रुचि, क्षमता और अभिवृत्ति के आधार पर कॅरिअर गोल्स को ध्यान में रखते हुए उचित विषय के चयन की समझ विकसित करने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई है। इससे विद्यार्थी परम्परागत रूप से संकाय के चयन के स्थान पर कॅरिअर विकल्पों के अनुसार विषय के चयन को प्रेरित होंगे। इस कार्यक्रम की तैयारियों में माध्यमिक शिक्षा निदेशालय और एवं राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (आरएससीईआरटी), उदयपुर की टीम के अलावा शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी, कार्मिक और शिक्षक अपनी भूमिका निभा रहे हैं।
पथ प्रदर्शकों का चयन
डायल फ्यूचर और फ्यूचर स्टेप्स (भविष्य की राह) इनिशिएटिव के तहत राज्य के सभी उच्च माध्यमिक विद्यालयों से एक-एक शिक्षक का पथ प्रदर्शक के रूप में चयन किया गया है। इनके आमुखीकरण के लिए मॉडयूल निर्माण, स्टेट रिसोर्स ग्रुप तैयार करने एवं हेल्प डेस्क स्थापित करने का कार्य आरएससीईआरटी द्वारा कर लिया गया है।
लॉंचिंग और ऑनलाइन आमुखीकरण कार्यशाला 27 को
कार्यक्रम की गतिविधियों का ब्रॉशर तैयार कर लिया गया है। आगामी 25 जून तक इसके वितरण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इसे सम्बंधित डाइट के माध्यम से विद्यालयों में पहुंचाया जाएगा। सीनियर सैकेंडरी विद्यालयों से पथ प्रदर्शक के रूप में चयनित शिक्षकों की आमुखीकरण कार्यशाला 27 जून को जिला एवं ब्लॉक स्तर पर राजीव गांधी सेवा केंद्रों पर वीसी के माध्यम से ऑनलाइन होगी। इसी दिन शिक्षा मंत्री डॉ. बी डी. कल्ला एवं शिक्षा राज्यमंत्री जाहिदा खान इस कार्यक्रम को लॉन्च करेंगे।
30 से परामर्श कार्यक्रम
राज्य एवं संभाग स्तर पर हेल्प डेस्क 30 जून से 5 जुलाई तक (शनिवार एवं रविवार सहित) को प्रात: 10 बजे से शाम 5 बजे तक संचालित होगी। वहीं प्रदेश के सभी सरकारी सीनियर सैकेंडरी विद्यालयों में 28 जून से 5 जुलाई तक विद्यार्थियों के लिए परामर्श कार्यक्रम का चलाया जाएगा।
चार मंडलों में दलों का गठन
विद्यार्थियों का विषय तथा संकाय चयन में दूरभाष पर सहायता के लिए चार मंडलों में दलों का गठन किया गया है। निर्धारित किए गए संभाग द्वारा राज्य के किसी भी स्थान से दूरभाष पर विद्यार्थियों की कॉल रिसीव कर उन्हें मार्गदर्शन दिया जाएगा।
हेल्प डेस्क जॉन गाइड संख्या संभाग
जयपुर जोन 5 जयपुर एवं भरतपुर संभाग
कोटा जोन 5 कोटा एवं उदयपुर संभाग
जोधपुर 5 जोधपुर एवं पाली संभाग
बीकानेर 5 बीकानेर, चूरू एवं अजमेर संभाग
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