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मंगलवार, 20 जून 2023

फर्जीवाड़ा: रोजगार वाले भी पा रहे बेरोजगारी भत्ता



 फर्जीवाड़ा: रोजगार वाले भी पा रहे बेरोजगारी भत्ता

सीकर. मुख्यमंत्री युवा संबल योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। नियमित पढ़ाई से लेकर नौकरी कर रहे युवा तक इस भत्ते का लाभ ले रहे हैं। पकड़े जाने पर तीन अभ्यर्थियों का तो जिला रोजगार कार्यालय भत्ता भी बंद कर चुका है। वहीं, एक ताजा मामला पत्रिका के सामने भी आया है। जिसमें हरियाणा से बीएड कर रहे युवक का चयन योजना के तहत हुआ है। मामले में भत्ते के लिए अनिवार्य इंटर्नशिप की व्यवस्था पर भी सवाल उठ खड़े हो गए हैं। गौरतलब है कि योजना के तहत प्रदेश के दो लाख बेरोजगारों को हर महीने भत्ता दिया जाता है। इनमें पुरुषों को 4 हजार तथा महिलाओं को 4500 रुपए मासिक बेरोजगारी भत्ता दिया जाता है।


चिकित्साकर्मी होकर ले रहा था भत्ता, 72 हजार रुपए रिकवर

रोजगार विभाग ने फर्जीवाड़ा कर बेरोजगारी भत्ता पाने वाले धोद के फतेहपुरा निवासी युवक का भत्ता बंद करवाकर उससे 72 हजार रुपए की रिकवरी की है। जानकारी के अनुसार वह चिकित्साकर्मी था, जो एक अस्पताल में सेवाएं दे रहा था। इसी तरह नियम विरुद्ध भत्ता पाने वाले खंडेला के चौकड़ी निवासी युवक से विभाग ने 9419 तथा नीमकाथाना के सकराय निवासी युवक से 7406 रुपए रिकवरकिए हैं।


इंटरर्नशिप में सांठगांठ

बेरोजगारी भत्ते के लिए सरकार ने पंचायत राज के अधीन विभागों में भत्ता पाने की दो साल की अवधि तक चार घंटे की इंटर्नशिप अनिवार्य कर रखी है। अभ्यर्थियों की आने व जाने की रोजाना की उपस्थित भी संबंधित विभागों द्वारा किए जाने का नियम है। पर दूसरे राज्यों तक में नियमित अध्ययन या रोजगार कर रहे अभ्यर्थियों का भी बेरोजगारी भत्ता जारी होना इंटर्नशिप की सांठगांठ को साफ कर रहा है।


1.72 अरब से ज्यादा भत्ता मिला

रोजगार विभाग के अनुसार जिले के बेरोजगार 2019 से अब तक कुल 1 अरब 72 करोड़ 59 लाख 24 हजार रुपए बेरोजगारी भत्ता प्राप्त कर चुके हैं। ये भत्ता कुल 5 लाख 14 हजार 377 बेरोजगारों को मिला है।


हरियाणा से बीएड सीकर से भत्ता

फर्जीवाड़े का एक खेल पत्रिका ने प्रारंभिक शिक्षा विभाग में पकड़ा। यहां योजना के तहत चयन होने के बाद रविंद्र नाम का युवक इंटर्नशिप के लिए पहुंचा था। जब उससे उसके काम के बारे में पूछा तो उसने हरियाणा से नियमित बीएड करने की बात कही।


पेश कर रहे झूठा शपथ पत्र

बेरोजगारी भत्ते के लिए अभ्यर्थियों को रोजगार कार्यालय में शपथ पत्र देना होता है। जिसमें अभ्यर्थी को नियमित अध्ययन नहीं करने व पूर्ण रूप से बेरोजगार होने का जिक्र करना होता है। लेकिन, नियमित अध्ययन व रोजगार होने के बावजूद भी अभ्यर्थी भत्ते के लिए झूठा शपथ पत्र दे रहे हैं।नियमविरुद्ध भत्ता पाने वाले तीन अभ्यर्थियों का भत्ता बंद किया गया है। इंटर्नशिप करवाने वाले विभागों को भी पत्र लिखकर इस संबंध में ध्यान देने की बात लिखी है।-रोहित पारीक, कनिष्ठ रोजगार अधिकारी, सीकर।


इनका कहना है

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