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रविवार, 18 जून 2023

सीनियर टीचर GK ग्रुप ए-बी का पेपर भी कैंसिल:8 लाख से ज्यादा केंडिडेट्स अब 30 जुलाई को फिर से देंगे एग्जाम



 सीनियर टीचर GK ग्रुप ए-बी का पेपर भी कैंसिल:8 लाख से ज्यादा केंडिडेट्स अब 30 जुलाई को फिर से देंगे एग्जाम

सीनियर टीचर (माध्यमिक शिक्षा विभाग) भर्ती पेपर लीक मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) ने समान्य ज्ञान का ग्रुप ए और ग्रुप बी का पेपर भी कैंसिल कर दिया है। ऐसे में अब सवा आठ लाख केंडिडेट्स की परीक्षा दोबारा होगी। अब 30 जुलाई को सुबह ग्रुप-ए और शाम को ग्रुप-बी का पेपर फिर से होगा। इस संबंध में विस्तृत परीक्षा कार्यक्रम घोषित कर दिया जाएगा। इससे पहले पेपर लीक का मामला सामने के बाद सामान्य ज्ञान ग्रुप सी का पेपर स्थगित किया और यह परीक्षा 24 दिसंबर के बजाय 29 दिसंबर को हुई।संयुक्त सचिव आशुतोष गुप्ता ने बताया- एसओजी से मिली रिपोर्ट के अनुसार 21 दिसंबर 2022 को आयोजित सामान्य ज्ञान ग्रुप-ए और 22 दिसंबर 2022 को आयोजित सामान्य ज्ञान ग्रुप-बी की परीक्षाओं को निरस्त किया गया है।


गौरतलब है कि आयोग द्वारा आयोजित सीनियर टीचर भर्ती पेपर 2022 में 22 दिसंबर को ग्रुप-बी के अभ्यर्थियों की सामान्य ज्ञान की परीक्षा के लिए 3 लाख 93 हजार 526 पंजीकृत अभ्यर्थियों में से 2 लाख 86 हजार 627 अभ्यर्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए थे। वहीं, 21 दिसंबर को 4लाख 31 हजार 460 अभ्यर्थियों को पंजीकृत किया गया था। इस में 3 लाख 3 हजार 75 अभ्यर्थी सम्मिलित हुए थे।उदयपुर पुलिस ने 24 दिसंबर को बेकरिया (उदयपुर) थाने के बाहर 49 अभ्यर्थियों से भरी बस को पकड़ा था। ये सभी चलती बस में आरपीएससी के सेकेंड ग्रेड शिक्षक भर्ती के जीके का लीक पेपर सॉल्व कर रहे थे। पुलिस की सूचना पर आरपीएससी ने सामान्य ज्ञान ग्रुप सी के पेपर को स्थगित कर दिया था।


किरोड़ी बोले-बेरोजगार युवाओं की पीड़ा को थोड़ा तो समझो सरकार

सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने ट्वीट किया कि मैने 21 व 22 दिसंबर को वरिष्ठ अध्यापक की परीक्षा लीक के पुख़्ता सबूत दिए थे। मुखिया ने अपने चहेतों-डकैतों को काली कमाई करने की खुली छूट दी, आखिर आज 2 पेपर और रद्द कर दिए, कहीं सरकार ने ED के डर से तो यह फ़ैसला तो नही लिया ? इसीलिए मैं लगातार CBI जांच की मांग कर रहा हूं, जिससे कतरा रहे हैं। मुख्यमंत्री यदि SI, RAS सहित सभी पेपरों की भी जांच हो जाए तो बड़े पैमाने पर नकल सामने आएगी । बेरोजगार युवाओं की पीड़ा को थोड़ा तो समझो सरकार।


SOG की रिपोर्ट पर RPSC ने किया फैसला

करीब दो महीने पूर्व स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ( SOG) ने ग्रेड सेकेंड शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले में कार्रवाई की थी। एसओजी ने आरपीएससी मेंबर बाबू लाल कटारा को उनके अजमेर स्थित सरकारी आवास से गिरफ्तार किया था। इसके साथ ही उसके भांजे विजय कटारा और ड्राइवर गोपाल सिंह को भी गिरफ्तार किया गया था। कटारा से पूछताछ के दौरान एसओजी को इनपुट मिला कि कटारा ने ग्रुप ए और बी के जीके के पेपर भी लीक किए हैं। इस संबंध में एसओजी की ओर से रिपोर्ट आरपीएससी को भेजी गई और आरपीएससी ने परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया


एसओजी ने किया चालान पेश, ऐसे किया पेपर लीक

सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा में पेपर लीक केस में एसओजी ने उदयपुर की कोर्ट में चालान पेश कर दिया। RPSC मेंबर बाबूलाल कटारा सहित तीन के खिलाफ चार्जशीट पेश की गई है। चार्जशीट में सामने आया कि परीक्षा से 60 दिन पहले ही पेपर लीक हो गया था। अब तक मामले में करीब 62 आरोपी अरेस्ट किए जा चुके हैं जबकि एक लाख के इनामी सुरेश ढाका सहित 48 लोगों की तलाश है। एसओजी ने बाबूलाल कटारा, भांजे विजय और ड्राइवर गोपाल के खिलाफ चालान पेश किया।


चार्जशीट से सामने आया है कि 24 दिसंबर को होने वाले सीनियर टीचर एग्जाम का पेपर परीक्षा से 60 दिन पहले अक्टूबर में ही लीक हो गया था। RPSC सदस्य बाबूलाल कटारा पेपर तैयार होते ही सभी सेट की मूल कॉपी अपने सरकारी आवास पर ले गया था। कटारा के पास विशेषज्ञों से पेपर सेट कराने की जिम्मेदारी थी। कटारा ने अपने भांजे विजय डामोर से सभी सवाल रजिस्टर में लिखवा लिए। इसके बाद उसने प्रिंटिंग के लिए पेपर वापस ऑफिस में जमा करा दिया। भांजे विजय के लिखे रजिस्टर को कटारा ने मास्टरमाइंड शेर सिंह मीणा को दिया। शेर सिंह ने इसकी फोटो अपने मोबाइल में खींची। फोटो से पेपर टाइप कर गिरोह को बेच दिया। बाद में सबूत मिटाने के लिए रजिस्टर को जला दिया।


  • चलती बस में नकल : उदयपुर पुलिस ने दिसंबर 2022 में चलती बस में सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों को पकड़ा था। अभ्यर्थियों काे 5 से 8 लाख रुपए में ये पेपर बेचा गया था।

  • सुरेश विश्नोई : कार्रवाई के दिन भी वह नकल वाली बस को एस्कॉर्ट कर रहा था।
  • सुरेश ढाका : सुरेश विश्नोई की गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ कि उसके जीजा जयपुर के गुर्जर की थड़ी स्थित अधिगम कोचिंग इंस्टीट्यूट के संचालक सुरेश ढाका ने अभ्यर्थियों को पेपर बेचने के लिए अपने साथ मिलाया।
  • भूपेंद्र सारण : भूपेंद्र सारण फर्जी डिग्रियां बेचने और पेपर लीक का काम करता था। भूपेंद्र सारण ने इससे पहले कॉन्स्टेबल, जीएनएम भर्ती परीक्षा का पेपर भी लीक करवाया था। भूपेंद्र ने सुरेश ढाका के अलावा घमाराम विश्नोई को भी पेपर बेचा था।
  • शेर सिंह मीणा : भूपेंद्र सारण से पूछताछ में शेर सिंह मीणा का नाम सामने आया। सिरोही के स्वरूपगंज में भावरी गांव में वाइस प्रिंसिपल के पद पर कार्यरत शेर सिंह उर्फ अनिल मीणा ने पेपर लीक को अंजाम देने के लिए अपनी टीम में तीन लोगों को लगा रखा था।
  • पहला बिजनेस पार्टनर और उसका अकाउंटेंट का काम देखने वाला जयपुर का प्रॉपर्टी डीलर रामगोपाल मीणा, दूसरा साथी जयपुर के चौमूं में रहने वाला प्रवीण सुतालिया। प्रवीण अजमेर में रेलवे में वेल्डर प्रथम के पद पर कार्यरत था। शेर सिंह की तीसरी साथी उसकी गर्लफ्रेंड अनिता है।
  • अनिता जयपुर के सी-स्कीम में स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) की ब्रांच में डिप्टी मैनेजर के पद पर कार्यरत थी। अनिता मीणा मूलत: झुंझुनूं की रहने वाली है। अनिता अविवाहित है। शेर सिंह मीणा और अनिता लंबे समय से रिलेशन में हैं। भूपेंद्र की गिरफ्तारी के बाद शेर सिंह फरार हो गया था। पुलिस ने उसे ओडिशा के एक गांव से गिरफ्तार किया, जहां वह मजदूर बनकर रह रहा था।
  • विजय डामोर : बेरोजगार विजय डामोर को उसके मामा और आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा ने ही अपने साथ मिलाया।
  • बाबूलाल कटारा : भूपेंद्र को पेपर भले विजय डामोर ने बेचा था, लेकिन विजय सिर्फ एक मोहरा था। असली खेल बाबूलाल कटारा का था। चार साल पहले उसकी दोस्ती शेर सिंह मीणा से हुई थी। कटारा के मेंबर बनने के बाद शेर सिंह मीणा ने बाबूलाल के साथ पेपर आउट कराने का प्लान बनाया।
  • बाबूलाल कटारा के दो सहयोगी हैं। इनमें एक उनका भांजा विजय डामोर और दूसरा उनका ड्राइवर गोपाल सिंह है। किसी को भनक नहीं लगे, इसके लिए ऑफिस के बाहर डील करने की जिम्मेदारी बाबूलाल ने अपने भांजे विजय डामोर को दी थी।


ऐसे बना सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा के पेपर लीक का प्लान

शेर सिंह भावरी गांव से पहले जयपुर के फागी में स्थित सरकारी स्कूल में नौकरी करता था। उस समय पेपर लीक का आरोपी जगदीश बिश्नोई भी टीचर के पद पर कार्यरत था। यहां दोनों में दोस्ती हो गई थी। जगदीश बिश्नोई नकल कराने वाले गिरोह भूपेंद्र सारण की गैंग से जुड़ा हुआ था। भूपेंद्र सारण कई बार फागी में जगदीश से मिलने आता था। जहां जगदीश बिश्नोई ने ही शेर सिंह मीणा की भूपेंद्र सारण से दोस्ती करवाई थी। भूपेंद्र सारण ने इससे पहले कॉन्स्टेबल का पेपर लीक करवाया था। इसके बाद भूपेंद्र सारण और शेर सिंह मीणा ने सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने का प्लान बनाया। दोनों के बीच सौदा हुआ कि शेर सिंह मीणा सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करके लाएगा और उसे भूपेंद्र सारण को बेचेगा।


कौन है बाबूलाल कटारा...

डूंगरपुर के बाबूलाल कटारा ने 15 अक्टूबर 2020 में राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के मेंबर का कार्यभार संभाला था। कटारा का चयन राजस्थान लोक सेवा आयोग के सांख्यिकी अधिकारी, आयोजना विभाग के पद पर हुआ था।इसके बाद उसने जिला सांख्यिकी अधिकारी डूंगरपुर और बाड़मेर में काम किया था। 1994 से 2005 तक भीम, राजसमंद, खैरवाडा, डूंगरपुर, सागवाडा, सुमेरपुर और उदयपुर में काम किया। वर्ष 2013 में सचिवालय में आयोजना विभाग संयुक्त निदेशक रहा। इसके बाद आरपीएससी के मेंबर के रूप में सरकार ने नियुक्ति दी।


सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) ने समान्य ज्ञान का ग्रुप ए और ग्रुप बी का पेपर भी कैंसिल कर दिया है। एसओजी से मिली रिपोर्ट के अनुसार 21 दिसंबर 2022 को आयोजित सामान्य ज्ञान ग्रुप-ए और 22 दिसंबर 2022 को आयोजित सामान्य ज्ञान ग्रुप-बी की परीक्षाओं को निरस्त किया गया है। अब 30 जुलाई को सुबह ग्रुप-ए और शाम को ग्रुप-बी का पेपर फिर से होगा।

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