अंग्रेजी माध्यम स्कूल में शिक्षकों का कैडर ही अलग, भर्ती विज्ञप्ति जारी, फिर भी डेपुटेशन
प्रदेश के महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए सरकार ने भर्ती विज्ञप्ति भी अलग कैडर की जारी कर दी है। इसके बाद भी विभाग डेपुटेशन के जरिए पदों को भरने में जुटा है। अब शिक्षक संगठनों ने ही इसका विरोध शुरू कर दिया है। एक ओर राज्य सरकार प्रतिनियुक्ति पर रोक लगा रही है, वहीं पिछले दरवाजे से महात्मा गांधी इंग्लिश स्कूलों के लिए हिंदी स्कूल खाली करने का प्रयास कर रही हैं। शिक्षक संघ सियाराम के प्रदेश प्रशासनिक अध्यक्ष सियाराम शर्मा ने बताया कि हिंदी माध्यम स्कूलों में पढ़ा रहे शिक्षक से अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में पदस्थापन के लिए आवेदन मांगे हैं, जो अनुचित है। जून में मांगे गए आवेदनों के बाद भी सभी रिक्त पदों पर टीचर नहीं पहुंच सके।
प्रदेश मुख्य महामंत्री नवीन शर्मा ने बताया कि अधिकारी कर्मचारी बिना किसी तैयारी के मात्र राज्य सरकार को अंधेरे में रख कर सस्ती लोकप्रियता प्राप्त कर रहे हैं और आम जनता में जग हसाई करवा रहे है। राज्यभर में तेजी से अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की संख्या बढ़ा दी गई, लेकिन वहां टीचरों की भर्ती नहीं होने से अंग्रेजी माध्यम में पढ़ने के इच्छुक स्टूडेंट्स को निराशा ही हाथ लगी। रिक्त पदों को भरने के लिए 17 से 22 जून तक हिंदी माध्यम स्कूल के टीचर्स से आवेदन मांगे गए
समय पर आवेदन की स्क्रूटनी नहीं हो पाई
प्रदेश संगठन मंत्री अशोक शर्मा ने बताया कि बड़ी संख्या में आवेदन आए भी, लेकिन रिक्त पदों को भरने का काम पूरा नहीं हो पाया। अब नए सिरे से आवेदन लिए जा रहे हैं। आवेदन के आधार पर टीचर्स का चयन होगा। जिन टीचर्स ने पहले आवेदन कर दिया है, उन्हें फिर से आवेदन करने की
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