स्वतंत्रता दिवस: 1800 सरपंच, शिक्षक और श्रमयोगी होंगे खास मेहमान
नई दिल्ली. आजादी के ‘अमृतकाल’ में इस साल मनाए जाने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशिष्ट अतिथि भी खास नहीं, ‘आम’ होंगे। केंद्र सरकार ने इसके लिए देश के वाइब्रेंट गांवों के सरपंचों, शिक्षकों, नर्सिंग कर्मियों और नई संसद सहित सेंट्रल विस्टा परियोजना में लगे श्रमयोगियों को आमंत्रित किया हैं। ये 1800 अतिथि मंगलवार को लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में अपने जीवन साथी के साथ आकर्षण का केंद्र होंगे। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तिरंगा फहराएंगे और लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को सम्बोधित करेंगे।
आजादी के अमृत महोत्सव का स्वतंत्रता दिवस समारोह से समापन होगा और देश ’अमृत काल’ में प्रवेश करेगा। इसे यादगार बनाने के उद्देश्य से खास मेहमानों को आमंत्रित किया है। इनमें 660 वाइब्रेंट गांवों के 400 से ज्यादा सरपंच, किसान उत्पादक संगठन से जुड़े 250 लोग, किसान सम्मान निधि और कौशल विकास योजना से जुड़े 50-50 प्रतिनिधि, 50 श्रमयोगी, 50-50 खादी कार्यकर्ता सहित कई योजनाओं में शामिल लोगों को भी बुलाया गया है।
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