अजमेर जिला शिक्षा विभाग के पास अब 1842 में से बचेंगे 851 स्कूल, 12 में से 6 ब्लॉक अजमेर में रहेंगे
नए जिलों के गठन के बाद प्रशासनिक ढांचा भी तेजी से तैयार किया जा रहा है। हाल ही सरकार ने नए जिलों में शिक्षा विभाग की व्यवस्थाओं को सुचारु करने के लिए डीईओ लगा दिए हैं। अब जल्द ही स्कूलों को भी सीमांकन के आधार पर नए जिलों में बांटा जाएगा। शाला दर्पण पोर्टल के मुताबिक अभी अजमेर जिले के 12 ब्लॉकों में 1842 राजकीय स्कूल हैं। केकड़ी व ब्यावर के जिले बनने और यहां डीईओ तैनात होने के बाद स्कूलों के बंटवारे की प्रक्रिया का इंतजार है। भास्कर ने जब शिक्षा विभाग के ब्लॉक और शाला दर्पण के रिकॉर्ड को खंगाला तो सामने आया कि अजमेर जिले के हिस्से में 1842 में से महज 851 स्कूल ही रह जाएंगे।
इनमें अजमेर शहर भी शामिल है। केकड़ी के हिस्से में 454 स्कूल जाएंगे। इसमें टोडारायसिंह के भी स्कूल शामिल होंगे जिन्हें टोंक जिले से केकड़ी में शामिल किया गया है। ब्यावर जिले में 537 स्कूल रहेंगे। नए जिलों के गठन के बाद अब अजमेर जिले में 6 ब्लॉक रह गए हैं। इनमें अजमेर ग्रामीण, अजमेर शहर, अरांई, किशनगढ़, श्रीनगर और पीसांगन हैं।
अभी स्कूलों का बंटवारा नहीं हुआ है
शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अभी स्कूलों का बंटवारा नहीं हुआ है। इसके लिए राजस्व विभाग द्वारा जो सीमांकन किया गया है उस आधार पर स्कूलों की संख्या में कमी बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। अधिकारियों के मुताबिक अरांई के कुछ स्कूल सरवाड़ ब्लॉक में जा सकते हैं। इसी तरह किशनगढ़ के भी कुछ स्कूल दूदू जिले में जा सकते हैं। लेकिन शाला दर्पण पर मौजूदा रिकॉर्ड के मुताबिक ब्लॉक में वर्तमान में मौजूद स्कूलों के आंकड़ों के आधार पर अजमेर में 6 ब्लॉक के 851 स्कूल आएंगे।
ये हैं ब्लॉकवार स्कूलों की संख्या
अजमेर स्कूल
} अजमेर रूरल 161
} अजमेर अरबन 91
} अरांई 123
} किशनगढ़ 217
} श्रीनगर 127
} पीसांगन 132
कुल 851
ब्यावर स्कूल
} जवाजा 305
} मसूदा 232
} मसूदा 232
(नोट : स्कूलों की संख्या शाला दर्पण पर उपलब्ध रिकॉर्ड के मुताबिक)
केकड़ी स्कूल
} केकड़ी 110
} सावर 94
} सरवाड़ 118
} भिनाय 132
} कुल 454
(टोडारायसिंह -टोंक से कटकर केकड़ी जिले में आया है)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें