Breaking

Primary Ka Master Latest Updates | Education News | Employment News latter 👇

शनिवार, 26 अगस्त 2023

राजस्थान मिशन 2030 अभियान : सनातन धर्म व राजकीय कन्या महाविद्यालय में कार्यशालाओं का आयोजन, ‘मानवता के लिए कल्याणकारी हो शिक्षा, युवाओं का इससे हो चरित्र निर्माण’


 राजस्थान मिशन 2030 अभियान : सनातन धर्म व राजकीय कन्या महाविद्यालय में कार्यशालाओं का आयोजन, ‘मानवता के लिए कल्याणकारी हो शिक्षा, युवाओं का इससे हो चरित्र निर्माण’


ब्यावर. पाठ्यक्रम में क्या नवाचार किए जाएं कि उच्च शिक्षा बेहतर होने के साथ ही विश्व स्तर पर देश की शैक्षणिक पाठ्यक्रम मिसाल बने। शिक्षा की अलख से मानवता के कल्याण के बेहतर दिशा तय हो सके। इसको लेकर महाविद्यालयों में आयोजित कार्यक्रम में विषय विशेषज्ञों, विद्यार्थियों सहित अन्य ने विचार व्यक्त किए। यह आयोजन राजस्थान मिशन 2030 अभियान के अंतर्गत किया गया।


समान शिक्षा नीति, खेलों पर हो फोकस


श्री बृजमोहन लाल शर्मा राजकीय कन्या महाविद्यालय में शुक्रवार को आयोजित कार्यशाला में संभागियों ने विचार व्यक्त किए। मुख्य अतिथि डॉ. दीपाली लाल ने कहा कि उच्च शिक्षा प्रगति के द्वार खोलती है। महाविद्यालय के अध्यापकों को प्रशिक्षण देकर नवाचारों से जोडना चाहिए। पुस्कालयों का अधिकाधिक उपयोग हो व समान शिक्षा नीति होनी चाहिए। डा.सहदेव शास्त्री ने कहा छात्राएं सबल बनें। छात्रा अंशिका गौड ने कहा सरकारी महाविद्यालयों में निजी के मुकाबले सुविधाएं ज्यादा होती हैं। हर्षिता कंवर ने कहा पुस्तकें हमें सही दिशा देती हैं। हमें इनका अधिकाधिक उपयोग करना चाहिए। छात्रा हीनू ज्ञानानी ने खेल सुविधाओं की जरूरत बताई।


चरित्र निर्माण करने वाली हो शिक्षा


प्राचार्य डॉ. अनिता खुराना ने कहा कि शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जिससे चरित्र सुदृढ हो। पाठ्यक्रम में संस्कृति के संरक्षण पर जोर और रोजगारपरक कोर्स होने चाहिएं। इस अवसर पर छात्रा पूजा सेन ने निष्पक्ष मतदान की शपथ दिलाई। कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय परिसर में पौधरोपण किया गया।


मूल्यांकन पद्धति में हो सुधार


राजस्थान मिशन 2030 अभियान के अंतर्गत हित धारको, प्रबुद्ध जनों, विषय विशेषज्ञों, युवाओं एवं समाज के सभी वर्गों के सुझाव पर आधारित गहन परामर्श कार्यक्रम का आयोजन स्मार्ट रुम में कार्यवाहक प्राचार्य प्रो जलालुद्दीन काठात की अध्यक्षता में किया गया। संयोजक डॉ. रंगलाल सुवासिया ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। प्रो. नरेश जटिया ने शोध कार्य को सुविधाजनक बनाने, पाठ्यक्रम को छात्रोपयोगी बनाने, मूल्यांकन पद्दति में सुधार करने के सुझाव दिए। रामेश्वर मेवाड़ा, राम पंजाबी, डॉ एस. एल. चौधरी, रमेश यादव, पूर्व प्राचार्य डॉ. अनामीशरण पंवार व सरदारा काठात सहित कई अन्य ने विभिन्न विषयों पर सुझाव दिए।


पेपर लीक होने पर लगे अंकुश


दयानन्द आर्य बालिका महाविद्यालय में हितधारकों के साथ गहन परामर्श कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महाविद्यालय में मुख्य वक्ता शिक्षण समिति सचिव डॉ. लालचन्द हेडा नें महाविद्यालय में उच्च शिक्षा स्तर पर विकास के कई सुझाव दिए। कार्यक्रम में व्याख्याता अल्का मून्दड़ा, नीतू बाकोलिया, हंसा भाटी, ममता कृपलानी, डिम्पल मालू, नीलम साहू, सावत्री चौहान मौजूद रहे।


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें