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मंगलवार, 29 अगस्त 2023

राजस्थान मिशन-2030, स्कूल शिक्षा विभाग की राज्य स्तरीय कार्यशाला— बच्चों को ‘क्वालिटी एजुकेशन‘ हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी -शिक्षा राज्यमंत्री

 

राजस्थान मिशन-2030, स्कूल शिक्षा विभाग की राज्य स्तरीय कार्यशाला— बच्चों को ‘क्वालिटी एजुकेशन‘ हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी -शिक्षा राज्यमंत्री

जयपुर, 29 अगस्त। शिक्षा राज्यमंत्री श्रीमती जाहिदा खान ने कहा है कि समय की आवश्यकता और तकनीक के बदलते दौर में स्कूल शिक्षा विभाग बच्चों को ‘क्वालिटी एजुकेशन‘ देने के लक्ष्य को केन्द्र में रखकर ‘राजस्थान मिशन-2030‘ की रूपरेखा तैयार करे। छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के जरिए दुनियां में चुनौतियों की हर कसौटी पर खरा उतरने के काबिल बनाना हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। श्रीमती खान मंगलवार को मालवीय नगर में होटल हैयात में ‘राजस्थान मिशन-2030 (विकसित राजस्थान-2030)‘ के तहत आयोजित स्कूल शिक्षा विभाग की राज्य स्तरीय कार्यशाला को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रही थी।


शिक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की दूरगामी सोच के कारण प्रदेश में स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में लगातार नए बदलाव आए है। मुख्यमंत्री के रूप में श्री गहलोत के पहले कार्यकाल में प्रदेश में गांव और ढाणियों में राजीव गांधी पाठशालाएं खोलने की पहल की गई। इससे राज्य में गांवों के अंतिम छोर पर शिक्षा की अलख जगाई गई। उनके दूसरे कार्यकाल के दौरान स्कूल और कॉलेज शिक्षा दोनों में गुणात्मक सुधार की दिशा में कार्य किया गया। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार वर्तमान सरकार के कार्यकाल में प्रदेश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूलों की शुरूआत के साथ ही सभी जिलों में नए कॉलेज खोलने की मुहिम से शिक्षा के परिदृश्य में बड़ा बदलाव आया है।


शासन सचिव श्री नवीन जैन ने कहा कि प्रदेश में स्कूल शिक्षा का स्वरूप पूरे राज्य के परिदृश्य का निर्धारण करने में सबसे अहम है। मानव संसाधन, पहुंच और लाभार्थियों की संख्या जैसे पैरामीटर्स के हिसाब से ‘राजस्थान मिशन-2030‘ के तहत के स्कूल शिक्षा विभाग की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। इसे देखते हुए ‘राजस्थान मिशन-2030‘ के लिए विभाग का ‘विजन डाक्यूमेंट‘ तैयार करने के लिए विस्तृत कार्य योजना तैयार की गई है। इस राज्य स्तरीय कार्यशाला के बाद आगामी 6 सितम्बर को सभी 9 संयुक्त निदेशकों के स्तर पर इसी पैटर्न पर वर्कशॉप आयोजित की जाएगी। उन्होंने बताया कि राज्य स्तर पर 12 सितम्बर को दूसरे तथा 18 सितम्बर को तीसरे दौर की कार्यशालााओं में स्टेकहोल्डर्स के साथ चर्चा की जाएगी।


शासन सचिव ने बताया कि इसके अलावा जो टीचर्स ‘राजस्थान मिशन-2030‘ के लिए विभाग के ‘विजन डाक्यूमेंट‘ के लिए अपने आईडियाज शेयर करने में रुचि रखते हैं, उनके साथ वीसी आयोजित होगी। वहीं प्रदेश की सरकारी और निजी स्कूलों में कक्षा 9 से 12 में अध्ययनरत विद्यार्थियों के बीच निबंध लेखन प्रतियोगिता आयोजित कर उनमें से श्रेष्ठ विचारों को भी विभाग के प्रतिवेदन में शामिल किया जाएगा। कार्यशाला में स्कूल शिक्षा निदेशक श्री कानाराम और राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की आयुक्त और राज्य परियोजना निदेशक डॉ. टी. शुभमंगला ने अपने प्रस्तुतीकरण में वर्ष 2030 में प्रदेश में स्कूल शिक्षा के भावी स्वरूप के संदर्भ में विभागीय सुदृढ़ीकरण, नवचार और आईडियाज शेयर किए। वहीं नौ अलग-अलग समूहों में शामिल शिक्षा विदों, अधिकारियों और शिक्षकों के बीच ‘राजस्थान मिशन-2030‘ पर व्यापक चर्चा की गई।


कार्यशाला में स्कूल शिक्षा विभाग की विशिष्ट सचिव श्रीमती चित्रा गुप्ता, संयुक्त शासन सचिव श्री किशोर कुमार एवं आरईआई पार्टनर एजूकेट गर्ल्स के हैड ऑफ आपरेशंस श्री विक्रम सिंह सोलंकी सहित सिविल सोसाइटी, शिक्षक संघ, एनजीओ और आरईआई (राजस्थान एजुकेशन इनिशिएटिव) पार्टनर्स के प्रतिनिधि शिक्षाविद, अधिकारी और अन्य गणमान्य लोग शामिल हुए।


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