मोबाइल वितरण करेंगे कंप्यूटर अनुदेशक25% नियुक्ति के साथ ही डेपुटेशन पर भेजे
कर्मचारी शिक्षा विभाग के, काम कलेक्टर कार्यालयों मेंविद्यार्थियों को कंप्यूटर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने भले ही कंप्यूटर अनुदेशकों की भर्ती कर ली हो, लेकिन इनको अब दूसरे कामों में लगाया जा रहा है। करीब 25 फीसदी कंप्यूटर अनुदेशक तो ऐसे हैं, जो नियुक्ति के बाद पहले दिन से ही दूसरे विभागों में लगे हैं। वे कभी स्कूल गए ही नहीं। नियुक्ति के तुरंत बाद पहले तो सरकार ने इनको मंहगाई राहत शिविरों में लगा दिया था। अब 10 अगस्त से प्रारंभ होने वाली इंदिरा गांधी स्मार्ट फोन योजना के शिविरों में लगाने की तैयारी है। जिला कलेक्टरों ने इसके लिए 1556 कंप्यूटर अनुदेशकों की जरूरत बताई है।
शिक्षा विभाग ने पहले तो कंप्यूटर अनुदेशकों को इन शिविरों में लगाने से इंकार कर दिया था, लेकिन अब लगाने की अनुमति दे दी। जिसमें कहा कि पहले से ही एसडीएम या अन्य कार्यालयों में लगे कंप्यूटर अनुदेशकों को इनमें लगाया जा सकता है। इनको लगाने के बाद भी अगर ज़रूरत पड़े तो ऐसे स्कूलों से लगाया जाए, जहां आईसीटी लैब नहीं है या अक्रियाशील है। शिक्षकों ने इसका विरोध किया है। उनका कहना है कि वेतन शिक्षा विभाग से उठा रहे हैं और काम दूसरे कार्यालयों में कर रहे हैं, यह गलत है।
किस जिले में कितने कंप्यूटर अनुदेशकों की जरूरत बताई
जिला संख्या
अजमेर 72
अलवर 68
बाड़मेर 77
भरतपुर 46
भीलवाड़ा 68
बीकानेर 51
चित्तौड़गढ़ 46
चूरू 36
दौसा 37
डूंगरपुर 25
हनुमानगढ़ 25
जयपुर 85
जैसलमेर 32
जालोर 59
झालावाड़ 55
झुंझुनूं में 96
जोधपुर 133
करौली 76
नागौर 126
पाली 36
प्रतापगढ़ 32
राजसमंद 77
सवाई माधोपुर 54
सीकर 50
सिरोही 25
श्रीगंगानगर 36
टोंक 33
शिक्षा सचिव नवीन जैन ने भी जिला कलेक्टरों को पत्र लिखकर कहा है कि कार्यशील कंप्यूटर लैब से कंप्यूटर अनुदेशकों को नहीं हटाएं।
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