गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय: 31 तक प्राइवेट कॉलेज मानवीय और भौतिक संसाधन पूर्ण करें, नहीं तो जांच व कार्रवाई ,निजी कॉलेजों को रेड-अलर्ट, सरकारी को बिन देखे ग्रीन सिग्नल!
बांसवाड़ा. गोविंद गुरु जनजातीय विश्व विद्यालय, बांसवाड़ा अपने संबंद्धता प्राप्त कॉलेजों के मामले में दो अलग-अलग नीतियों पर है। निजी कॉलेजों में मानवीय और भौतिक संसाधन के मामले में विवि ने रैड-अलर्ट जारी कर दिया है। बांसवाड़ा, डूंगरपुर व प्रतापगढ़ के समस्त निजी कॉलेजों के प्राचार्य एवं निदेशक के नाम सामूहिक पत्र जारी कर पन्द्रह दिन का अल्टीमेटम देकर व्यवस्थाएं सुधारने के लिए चेताया है। कुलसचिव स्तर पर जारी इस पत्र में सक्षम स्तर पर अनुमोदित होना बताया गया है। पर, इस पत्र में सरकारी कॉलेजों का जिक्र तक नहीं है। मानो सरकारी कॉलेजों को तो बिन जांचे-परखे ही विवि की ओर से ग्रीन सिग्नल दे दिया गया है। सवाल यह है कि विवि प्रबंधन यदि क्वालिटी एजुकेशन की व्यवस्थाएं सुदढ करना चाहता है तो सरकारी कॉलेजों को इससे क्यों अछूता रखा जा रहा है ? वहां भी स्टूडेंट्स पढ़ रहे हैं। सरकारी कॉलेजों को एनओसी सीधे ही राज्य सरकार से मिलती है, लेकिन सम्बद्धता देने का दायित्व विवि पर ही होता है। ऐसे में भवन, फैकल्टी और आवश्यक संसाधनों की पड़ताल और व्यवस्था में सुधार वहां भी जरूरी है।
26 सरकारी कॉलेज
विवि के अधीन वर्तमान में 26 सरकारी कॉलेज संचालित हैं। बांसवाड़ा व डूंगरपुर में 10-10 और प्रतापगढ़ जिले में 6 राजकीय महाविद्यालय संचालित हैं। इनमें हजारों स्टूडेंट्स अध्ययनरत हैं। इनमें से कई का न तो भवन है न ही पर्याप्त फैकल्टी व अन्य सुविधाएं। हालांकि कई हाल ही में प्रारंभ किए गए हैं। पर, आधी-अधूरी तैयारी से खोले गए इन कॉलेजों से उच्च शिक्षा की गुणवत्ता पर सवाल उठा रहा है।
गनोड़ा से शुरुआत
निजी कॉलेज संचालकों को 31 अगस्त से पहले एनओसी और संबद्धता से संबंधित सभी दस्तावेज पूर्ण करने होंगे। गत दिनों एलबीएस गनोड़ा का निरीक्षण करने के बाद सामने आई खामियों पर विवि प्रबंधन ने सभी निजी कॉलेज के प्राचार्य एवं निदेशकों के नाम पत्र जारी किया है। इसमें उन्हें सभी कमियों को पूरा करने के लिए पन्द्रह दिन का समय दिया है। विवि इस कवायद के पीछे क्वालिटी एजुकेश के लिए प्रयास करना बताया है। वहीं गत दिनों हुई फीडबैक बैठक में निजी कॉलेज में अव्यवस्थाओं की बात सामने आई थी। कुलपति ने स्वयं व्यवस्थाओं की जांच करना तय किया था। इसमें खामियां मिली और अब सुधार पर जोर है।
विवि की ओर से निजी कॉलेजों की जांच और क्वालिटी एजुकेशन को बेहतर कार्य बताते हुए पत्रिका ने 15 अगस्त के अंक में समाचार प्रकाशित करते सरकारी कॉलेज की भी क्या जांच होगी ? सवाल उठाया था। बुधवार को जारी पत्र में सरकारी कॉलेज का जिक्र तक नहीं है।जीजीटीयू प्रबंधन बांसवाड़ा, डूंगरपुर व प्रतापगढ़ में संचालित निजी कॉलेजों की सत्रारंभ बैठक करने जा रहा है। इसके लिए विवि प्रबंधन ने तीनों जिलों को तीन अलग-अलग ग्रुप में बांट 23 से 25 तीन दिन का समय तय किया है। बैठक के लिए तय किए गए स्थानों में विवि प्रबंधन ने निजी कॉलेजों पर भरोसा जताया है। 23 अगस्त को सुबह 11 बजे पीएसपी कॉलेज परतापुर में बैठक होगी, जिसमें सूची अ अनुसार बांसवाड़ा जिले के कॉलेज शामिल होंगे। इसी प्रकार 24 अगस्त को न्यू लुक गर्ल्स पीजी कॉलेज में बैठक होगी। इसमें बांसवाड़ा व प्रतापगढ़ जिले के कॉलेज शामिल होंगे। इसी प्रकार गुरुकुल कॉलेज डूंगरपुर में 25 अगस्त को बैठक होगी। इसमें डूंगरपुर जिले के कॉलेज शामिल होंगे। कुलसचिव की ओर से जारी पत्र अनुसार बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन, सेमेस्टर परीक्षाओं के आयोजन, महाविद्यालय सम्बद्धता, शोध, खेलकूद आयोजन सहित अन्य विषयों पर चर्चा होगी और कॉलेज संचालकों को आवश्यक गाइडलाइन से अवगत कराया जाएगा। इस पर भी कई निजी कॉलेज संचालक सवाल उठा रहे हैं कि बैठक निजी कॉलेज में क्यों की जा रही है।
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