Breaking

Primary Ka Master Latest Updates | Education News | Employment News latter 👇

सोमवार, 7 अगस्त 2023

महिला प्राचार्य व कैश काउंटर प्रभारी के 4 हजार रिश्वत लेने का मामला, कम उपस्थिति वाले 386 विद्यार्थियों से वसूले थे लाखों रुपए, मिला हिसाब


 महिला प्राचार्य व कैश काउंटर प्रभारी के 4 हजार रिश्वत लेने का मामला, कम उपस्थिति वाले 386 विद्यार्थियों से वसूले थे लाखों रुपए, मिला हिसाब


जोधपुर. विद्यार्थियों की उपस्थिति दर्ज करने के नाम पर चार हजार रुपए रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार निजी शिक्षक प्रशिक्षण कॉलेज की प्राचार्य और निजी अस्पताल में मेडिकल कैश काउंटर प्रभारी से भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की पूछताछ में अनेक चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। प्राचार्या का आरोप है कि कॉलेज मालिक के कहने पर कम उपस्थिति वाले विद्यार्थियों से बस पास के नाम पर रुपए वसूले जा रहे थे। एसीबी को एक रजिस्टर में 77 विद्यार्थियों से 13 लाख रुपए वसूलने का हिसाब भी मिला है।


प्राचार्या व कैश काउंटर प्रभारी को जेल भेजा : ब्यूरो के निरीक्षक अमराराम खोखर ने बताया कि प्रकरण में गिरफ्तार गुड़ा बिश्नोइयान में अंबिका शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय की प्राचार्य मिल्कमैन कॉलोनी निवासी संजू भाटी व सरस्वती नगर में अंबिका अस्पताल के मेडिकल व कैश काउंटर प्रभारी मधुबन हाउसिंग बोर्ड निवासी कार्तिकेय उर्फ कपिल प्रजापत को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेजने के आदेश दिए गए। प्राचार्या संजू भाटी पूर्व पार्षद भी है।


उपस्थिति का डर और बस पास के नाम पर वसूली : शिकायतकर्ता से फॉर्म की हार्ड कॉपी जमा नहीं करने, सत्रांक कम भेजने व उपस्थिति डाटा नष्ट करने की धमकी देकर 15 हजार रुपए मांगे गए थे। पांच हजार रुपए पहले ले लिए गए थे। गोपनीय सत्यापन के दौरान प्राचार्या ने शेष दस हजार में से 4 हजार रुपए लेने पर सहमति जताई थी। कॉलेज का प्रशासकीय कार्यालय सरस्वती नगर में अंबिका अस्पताल में है, जहां कैश काउंटर पर चार हजार रुपए रिश्वत लेने पर कैश काउंटर प्रभारी व प्राचार्य को गिरफ्तार किया गया था। जांच में एक रजिस्टर भी जब्त किया गया। जिसमें क्रमांक 309 से 386 तक विद्यार्थियों के नाम व उनसे प्राप्त राशि लिखी हुई थी, जो करीब 13 लाख रुपए है। एक से 308 क्रमांक वाले रजिस्टर फिलहाल एसीबी को नहीं मिले हैं। कम उपस्थिति का डर दिखाकर बस पास के नाम रुपए लिए जा रहे थे। फिलहाल इनकी कोई रसीद भी नहीं मिली है।


रिकॉर्ड नहीं मिला तो कॉलेज में कमरा सील : प्राचार्या संजू भाटी ने कॉलेज मालिक दीपक श्रीवास्तव का नाम लिया है। जिसके बाद से उसकी भूमिका भी संदिग्ध हो गई है। एसीबी ने एफआइआर दर्ज कर मालिक की भूमिका की भी जांच शुरू की है। एसीबी ने कॉलेज संचालक से रिकॉर्ड मांगा, लेकिन भांजे के पास होने से नहीं मिल पाया। रिकॉर्ड के लिए गुड़ा बिश्नोइयान में कॉलेज का रूम सील किया गया है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें