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बुधवार, 30 अगस्त 2023

6 दिन में 6 आदेश, प्रदेश में 401 स्कूल अंग्रेजी में बदले, उदयपुर में 11, लेकिन न किताबें मिल रही - न ही संसाधन

 

6 दिन में 6 आदेश, प्रदेश में 401 स्कूल अंग्रेजी में बदले, उदयपुर में 11, लेकिन न किताबें मिल रही - न ही संसाधन


उदयपुर। शिक्षा विभाग ने हाल ही 6 दिन में ताबड़तोड़ 6 आदेश जारी कर प्रदेश के 401 सरकारी स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम में बदला है। उदयपुर में 11 नए स्कूल मिलने के साथ इनका आंकड़ा 124 हो गया है। पिछले सत्र में पूरे राज्य में ऐसे 2070 स्कूल थे, जो अगस्त-2023 तक 3233 हो चुके हैं और चुनावी आचार संहिता लगने से पहले 3400 पार होना तय है। लेकिन नंबर बढ़ाने की इस होड़ में विभाग गुणवत्ता को तो मानो भूल ही गया है। क्योंकि भले ही विद्यालय अंग्रेजी माध्यम के हो गए, लेकिन हकीकत ये है कि बच्चों के पास न तो निशुल्क पाठ्य पुस्तकें पहुंच पाई हैं, न पढ़ाने वाले शिक्षक पर्याप्त हैं। स्कूल उसी परिसर में चल रहे हैं, जहां दूसरे विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं। ऐसे में अंग्रेजी विद्यालय का माहौल तैयार करने के लिए कोई एक्शन प्लान नहीं दिखता है।



शिक्षा विभाग के सेवानिवृत्त संयुक्त निदेशक गणेशलाल निनामा बताते हैं कि स्कूलों में संसाधन हों या नहीं, बच्चों को किताबें मिलेंगी या नहीं, यह सब सोचने के बजाय विभाग धड़ाधड़ अंग्रेजी माध्यम स्कूल बढ़ा रहा है। लेकिन आगे चलकर संसाधन और मैन पावर के प्रबंधन की बड़ी चुनौतियां सामने आएंगी। विभाग को चाहिए कि जिस स्पीड से स्कूल खोले जा रहे हैं, उसी गति से संसाधनों के लिए बजट मुहैया कराए और भर्तियों पर भी जोर दे।


टॉप 5 जिलों में जोधपुर सबसे आगे

जोधपुर 192

अलवर 175

भरतपुर 151

नागौर 148

बीकानेर 142


इनमें सबसे कम

प्रतापगढ़ 22

झालावाड़ 26

जैसलमेर 33

बूंदी 35

सिरोही 42


तीन स्कूल निरस्त : विभाग ने अलग से आदेश जारी कर डूंगरपुर व अलवर के तीन स्कूलों को अंग्रेजी मीडियम में बदला था। लेकिन कुछ दिन बाद निरस्त भी कर दिया। बताया जा रहा है कि इनमें सुविधाओं का अभाव, बच्चों की कम संख्या जैसे कारणों से इन स्कूलों का आदेश विड्रॉ किया गया। फिलहाल अजमेर में 103, बांसवाड़ा 41, बारां 53, बाड़मेर 106, भीलवाड़ा 92, चित्तौड़गढ़ 68, चूरू 106, दौसा 79, धौलपुर 54, डूंगरपुर 60, श्रीगंगानगर 75, हनुमानगढ़ 112, जालोर 74, झुंझुनूं 87, कोटा 44, करौली 66, पाली 63, राजसमंद 67, सवाई माधोपुर 52, सीकर 167, टोंक में 60 स्कूल हैं।


बजट में चुनाव से पहले तक 3000 अंग्रेजी स्कूल खोलने की घोषणा थी। यह लक्ष्य पूरा हो चुका, लेकिन आचार संहिता लगने में कुछ समय बाकी है। ऐसे में 100 से अधिक स्कूल और खोलने की संभावना है। स्कूलें खोलने की यह गति पिछले सत्र से 26 प्रतिशत तक अधिक है। बता दें, गत 19 अगस्त को 22 जबकि 24 को एक और 25 अगस्त को 5 आदेशों में 379 स्कूलों के आदेश जारी हुए थे।


पुराने स्कूलों पर ही अंग्रेजी माध्यम का लिहाफ ओढ़ाने पर शिक्षक नेताओं ने एतराज उठाया है। शिक्षक एवं पंचायतीराज शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष शेर सिंह चौहान का कहना है कि सिर्फ दर्जा बदलने से शैक्षणिक व्यवस्थाएं मजबूत नहीं होंगी। इस स्तर के साधन-संसाधन देने होंगे। तभी गुणवत्ता युक्त शिक्षा की सोच धरातल पर दिखेगी।


10-15 स्कूल और बढ़ेंगे : संयुक्त निदेशक

महात्मा गांधी अंग्रेजी विद्यालय के संयुक्त निदेशक पुष्पेंद्र शर्मा का कहना है कि उदयपुर में अभी ऐसे 124 स्कूल है। साथ ही कुछ विद्यालयों के प्रस्ताव भी भेज रखे हैं। इसलिए संभावना है कि आने वाले समय में कम से कम 10 से 15 ओर खुलेंगे।

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