शिक्षा विभाग की अनूठी पहल: 66 हजार सरकारी स्कूलों के 60 लाख बच्चे आज समझेंगे ‘असुरक्षित स्पर्श’
जयपुर. बच्चों में गुड टच-बैड टच की समझ विकसित कर उनके प्रति यौन दुर्व्यवहार की घटनाओं पर अंकुश लगाने को लेकर शिक्षा विभाग ने अनूठी पहल शुरू की है। नो बैग-नो डे के मौके पर शनिवार को राज्य के 66 हजार स्कूलों के 60 लाख बच्चों को असुरक्षित स्पर्श की समझ विकसित की जाएगी।
स्कूलों में विद्यार्थियों को प्रात: 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक गुड टच-बैड टच के बारे में जागरूक किया जाएगा। अगले महीने से निजी स्कूलों में भी इस अभियान की शुरुआत की जाएगी। इधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विभाग के अभियान की सराहना करते हुए कहा है कि इससे समाज में चाइल्ड एब्यूज के प्रकरणों को कम करने में मदद मिलेगी।
स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने बताया कि समस्त सरकारी विद्यालयों में विद्यार्थियों के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया जाएगा। गत दिनों प्रदेश स्तर पर 1200 अधिकारियों और कार्मिकों को गुड टच-बैड टच के बारे में प्रशिक्षण दिया गया था। इन मास्टर ट्रेनर्स के माध्यम से सभी 50 जिलों के सरकारी स्कूलों से चयनित एक-एक शिक्षक को जिला स्तरीय कार्यक्रमों में प्रशिक्षण दिया गया है। ये विशेष ट्रेनर्स (शिक्षक) स्कूलों में बच्चों को जागरूक करेंगे। इसके बाद सुरक्षित स्कूल-सुरक्षित राजस्थान अभियान के तहत आगामी अक्टूबर और जनवरी में भी इसी तर्ज पर सभी स्कूलों में दूसरे और तीसरे चरण में रिपीट सत्र आयोजित किए जाएंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें