बीएलओ कार्य छोड़ स्कूल में पढ़ाना चाहते हैं 773 शिक्षक, प्रशासन कर रहा अनसुनी
सीकर. इससे बड़ी विडंबना और शिक्षा का मखौल क्या होगा। बीएलओ कार्य कर रहे 55 फीसदी शिक्षक स्कूल में पढ़ाना चाहते हैं लेकिन प्रशासन ने उन्हें चुनावी कार्य में उलझा रखा है। बीएलओ कार्य छोड़ने के लिए वे लिखित सहमति देने के साथ धरना- प्रदर्शन तक कर चुके हैं, फिर भी कोई सुनवाई नहीं हो रही। उल्टे उन्हें नोटिस दिए जा रहे हैं। मामले में शिक्षकों ने अब भारत छोड़ो आंदोलन दिवस के उपलक्ष्य में सोमवार को गैर शैक्षिक कार्य छोड़ो आंदोलन शुरू करने की योजना बनाई है।
बहिष्कार पर कई शिक्षकों को नोटिस
पहले भी प्रदेश के हजारों शिक्षक बीएलओ सहित अन्य गैर शैक्षिक कार्य नहीं करवाने की मांग को लेकर आंदोलन व कार्य बहिष्कार कर चुके हैं। राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत, अंबेडकर शिक्षक संघ व संस्कृत शिक्षा विभागीय संघ ने दो महीने पहले कलेक्ट्रेट पर 61 दिन तक धरना दिया था। जिसमें एडीएम राकेश कुमार ने शिक्षकों को गैर शैक्षिक कार्यो से मुक्त करने के आदेश भी दिए थे। लेकिन, अब तक उसकी पालना नहीं हुई। उल्टे बीएलओ कार्य नहीं करने पर सैंकड़ो शिक्षकों को नोटिस भी थमा दिए गए।
इनका कहना है
बीएलओ सहित सभी गैर शैक्षिक कार्यों से मुक्ति की मांग के लिए भारत छोड़ो आंदोलन की तर्ज पर गैर शैक्षिक कार्य छोड़ो आंदोलन शुरू किया जाएगा। इसके तहत सोमवार को सभी एसडीएम कार्यालय पर ज्ञापन दिया जाएगा। मांग नहीं मानने पर 16 अगस्त को कार्य बहिष्कार कर चुनावी सामग्री लौटाई जाएगी।-विनोद पूनिया, जिलाध्यक्ष, राज. शिक्षक संघ शेखावत, सीकर।
773 शिक्षकों ने लिखित में दी सहमति
जिले में करीब 1400 शिक्षकों को बीएलओ कार्य में लगा रखा है। जिनमें से 773 शिक्षक अब तक इस काम से मुक्त करने की लिखित सहमति प्रशासन को दे चुके हैं। जिनमें फतेहपुर के 155, धोद के 124, नीमकाथाना के 120, सीकर के 101, श्रीमाधोपुर के 72, दांतारामगढ़ के 84, खंडेला के 62 तथा लक्ष्मणगढ़ के 55 शिक्षक शामिल है। इसके अलावा भी बहुत से बीएलओ शिक्षक गैर शैक्षिक कार्यों के विरोध व पढ़ाने के पक्ष में है। इसके बावजूद शासन- प्रशासन के किसी भी स्तर पर उनकी मांग व बच्चों की पढ़ाई को लेकर संवेदनशीलता नहीं है।
शिक्षक लौटाएंगे चुनावी सामग्री
राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के जिलाध्यक्ष विनोद पूनिया ने बताया कि सोमवार को जिले के सभी उपखंड मुख्यालय पर शिक्षक एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर गैर शैक्षिक कार्य से मुक्त किए जाने की मांग करेंगे। इसके बाद भी यदि शिक्षकों को स्कूल नहीं लौटाया तो 16 अगस्त को बीएलओ कार्य का बहिष्कार कर शिक्षक जबरन चुनावी सामग्री एसडीएम कार्यालयों में जमा करवाएंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें