शिक्षक नहीं ले पा रहे क्लास, बच्चे कर रहे इंतजार,गैर शैक्षणिक गतिविधियों में लगे है शिक्षक
जोधपुर. प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत गैर शैक्षणिक गतिविधियों में लगे होने से शिक्षक स्कूलों में क्लास नहीं ले पा रहे है। इससे छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित होने के साथ तीन माह से शिक्षकों का इंतजार भी कर रहे हैं। ऐसे में शिक्षक पहले शहरी एवं ग्रामीण ओलंपिक प्रतियोगिताओं की तैयारियों में जुटे रहे। इसके बाद वरिष्ठ अध्यापक परीक्षा के लिए शिक्षकों को व्यस्त रखा गया। फिर 5 से 10 अगस्त तक शहरी एवं ग्रामीण ओलंपिक प्रतियोगिताओं में शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई। वहीं स्वाधीनता दिवस की तैयारी व कार्यक्रम करवाने के बाद अब ब्लॉक स्तर पर शहरी एवं ग्रामीण ओलंपिक के आयोजन के साथ युवा महोत्सव कार्यक्रम करवाने में जुटे हुए हैं। शिक्षकों से शाला दर्पण अपडेशन प्रतिदिन मांगा जा रहा है। नो बैग डे की एक्टिविटी भी प्रत्येक शनिवार को शाला दर्पण पर अपडेट करनी होती है। वहीं मध्याह्न भोजन, बाल-गोपाल दुग्ध योजना, छात्र-छात्राओं की उपस्थिति तथा शिक्षकों की उपस्थिति सहित अन्य कई कार्य प्रतिदिन ऑनलाइन करने होते हैं।
गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त हो शिक्षक
शहरी एवं ग्रामीण ओलंपिक सहित अन्य गैर शैक्षणिक कार्यों से शिक्षकों को मुक्त रखा जाना चाहिए। शिक्षकों के लगातार गैर शैक्षणिक कार्यों में ड्यूटी करने से वे क्लास में जाकर छात्र-छात्राओं को पढ़ा नहीं पा रहे हैं। सरकार से शिक्षक संगठनों की मांग है कि शिक्षकों से केवल शिक्षण कार्य ही करवाना चाहिए। जिससे बच्चों की पढ़ाई बाधित ना हो सकें।-सुभाष बिश्नोई, सदस्य, राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय
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