क्रमोन्नत का तमगा-कक्षा-कक्षों की कमी, पद भी रिक्त
चीखली. सरकारी स्कूलों को क्रमोन्नत तो कर दिया जाता हैं, लेकिन क्रमोन्नत का तमगा देकर जमीनी हकीकत से कोई वाकिफ नहीं हो पाया हैं। डूंगरपुर जिले के चीखली ब्लॉक के ग्राम पंचायत पारड़ा दरियाटी में स्थित राजकिय उच्च प्राथमिक विद्यालय पारड़ा दरियाटी में कक्षा-कक्षों की कमी के चलते बच्चों को अध्ययन कराने में शिक्षकों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैं।
164 नामाकंन, दो कमरों में पढ़ाई
इस स्कूल की स्थापना 1971 में प्रावि के तौर पर हुई। वर्ष 2019 में उप्रावि में क्रमोन्नत हुई। स्कूल में कूल 164 छात्र-छात्राओं का नामाकंन हैं। वहीं कक्षा-कक्ष महज दो हैं। एक वर्ष पूर्व तीन कमरों का निर्माण हुआ। जिसमें एक कमरे में कार्यालय सहित अन्य सामग्री पड़ी हैं। वहीं दो कमरों में कक्षाएं संचालित हो रही हैं।
पद रिक्त, शामिल बिठाना मजबूरी
एक और तो कक्ष-कक्षाओं की कमी हैं। तो दूसरी और पद भी रिक्त हैं। 8 पद में से 4 पद रिक्त हैं। जिसमें संस्थाप्रधान, अंग्रेजी, हिंदी, संस्कृत, सामाजिक विज्ञान, गणित के पद क्रमोन्नत के बाद से ही रिक्त हैं। संस्थाप्रधान रामंशकर डामोर ने बताया कि मैदान समतीकरण, परकोटे के अभाव में गंदगी बनी रहती हैं। कक्षा एक से पांच एवं 7 से 8 शामिल बिठाया जाना मजबूरी हैं। वहीं कक्षा 6 के बच्चों को बरामदे में बिठाकर अध्ययन कराया जा रहा हैं। लंच समय में बच्चों को बिठाना तो रोजाना की समस्या रहती हैं।
पोषाहार कक्ष नहीं
स्कूल में न तो पोषाहार बनाने के लिए जगह हैं और न ही बच्चों को पोषाहार खाने के लिए पर्याप्त जगह उपलब्ध हैं। पोषाहार बनाने के लिए कक्ष भी नहीं हैं। हालात ऐसे हैं कि बच्चों का पोषाहार भी छत पर जाने के लिए बनी सीढ़ियां के नीचे छोटी सी जगह पर बनाया जा रहा हैं।
इनका कहना है
क्रमोन्नत के बाद से परेशानी हो रही हैं। न पर्याप्त कमरे हैं। और न ही स्टॉफ पूरा हैं। ऐसे में बच्चों को रोजाना वैकल्पिक व्यवस्थाओं के आसरे ही अध्ययन कराना पड़ रहा हैं। कमरों की स्वीकृति और रिक्त पदों की भरपाई के बाद भी स्थिति सुधर पाएगी।-रामशंकर डामोर, संस्थाप्रधान राउप्रावि पारड़ा दरियाटी
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