शिक्षक करा रहे खेलकूद, विद्यार्थी कर रहे इंतजार
उदयपुर । राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के कारण गैर शैक्षणिक गतिविधियों में लगे होने से शिक्षक स्कूलों में कक्षाएं नहीं ले पा रहे है। इससे शैक्षणिक सत्र ही विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो र है। राजकीय विद्यालयों में विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित होने के साथ कई दिनों से कक्षा कक्षों में बालक शिक्षक का इंतजार कर रहे है। जून से जुलाई तक बीएलओ शिक्षकों को मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत हाउस टू हाउस सर्वे और उसके बाद अनामांकित एवं ड्राप आउट बच्चों का हाउस टू हाउस सर्वे में लगा दिया। वहीं शिक्षक पहले शहरी एवं ग्रामीण ओलम्पिक प्रतियोगिताओं की तैयारी में जुटे रहे तो बाद में उन्हें वरिष्ठ अध्यापक परीक्षा में लगाया दिया ।
इसके बाद 5 से 10 अगस्त तक ओलम्पिक की तैयारी मे शिक्षको की ड्यूटी रही। फिर 15 अगस्त स्वतन्त्रता दिवस की तैयारी में जुट गए और अब ब्लॉक स्तर पर शहरी एवं ग्रामीण ओलंपिक के आयोजन के साथ युवा महोत्सव में भी लगे हुए हैं। राजस्थान शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ रिषिन चौबीसा व जिला मंत्री चंदनमल बागड़ी ने बताया कि शिक्षकों को नो बैग डे की गतिविधियां भी प्रत्येक शनिवार को शाला दर्पण पर अपडेट करनी होती है। वहीं बाल गोपाल योजना के तहत प्रातः दुग्ध वितरण, मध्याह्न भोजन वितरण सहित शिक्षक एवं छात्रों की उपस्थिति सहित कई आन लाइन कार्य करने होते है जिसके चलते शिक्षक कक्षा-कक्षों का रुख कम ही पाते है।
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