Breaking

Primary Ka Master Latest Updates | Education News | Employment News latter 👇

सोमवार, 14 अगस्त 2023

औंधे मुंह गिरा नामांकन: करोड़ी बनने चले थे, लाखों गवांए



 औंधे मुंह गिरा नामांकन: करोड़ी बनने चले थे, लाखों गवांए

बीकानेर. प्रदेश के सरकारी स्कूलों में नामांकन बढ़ाने के लिए सरकार की कोशिशें नाकाफी साबित हो रही हैं। विद्यार्थियों के लिए कई तरह की योजनाएं चलाने के अलावा स्कूलों की दशा सुधारने के लिए भी अलग से बजट आवंटित किया जा रहा है। कहीं-कहीं इ क्लासेज की भी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। कक्षा एक से आठ तक वर्ष पर्यन्त प्रवेश की भी सुविधा है। बाकी कक्षाओं में प्रवेश की तिथियां भी शिक्षा विभाग आगे ही बढ़ाता जा रहा है। उसके बाद भी सरकारी स्कूलों का हाल यह है कि नामांकन बढ़ने के बजाय घट ही रहा है।


बेअसर रहा सर्वे और अभियान

गत दिनों विभाग ने आदेश जारी कर ड्रॉप आउट तथा शिक्षा से वंचित बच्चों को स्कूलों से जोड़ने के लिए घर-घर सर्वे का भी आदेश निकाला था, लेकिन शिक्षकों की कम रुचि ने इस अभियान को फ्लॉप ही कर दिया। नतीजा यह हुआ कि गत शिक्षा सत्र की तुलना में इस शिक्षा सत्र में छह लाख से कम नामांकन सरकारी स्कूलों में हुआ है।


नामांकन बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे

जिन जिलों में नामांकन का अंतर ज्यादा है। उन जिलों में प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही कक्षा आठ तक वर्ष पर्यन्त प्रवेश प्रक्रिजा जारी रहेगी। इसे देखते हुए नामांकन बढ़ने की संभावना है। जिन जिलों में शाला दर्पण पर नामांकन संख्या ऑनलाइन नहीं की है। वहां निर्देश दिए गए हैं।- कानाराम, शिक्षा निदेशक बीकानेर


करोड़पति बनने का था सपना, छह लाख विद्यार्थी और टूटे

कोरोनाकाल के दौरान जिस तरह विद्यार्थी निजी स्कूलों से टीसी कटवा कर सरकारी स्कूलों में चले गए थे। उस दौरान सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या 95 लाख से ऊपर चली गई थी। इस संख्या को करोड़ तक पहुंचाने का सरकार ने खूब जतन किया। लेकिन रिपोर्ट निराशाजनक है। शिक्षा 2022-23 तथा 2023-24 की तुलना करें, तो इस एक साल में छह लाख कम विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है। इस अंतर को पाटने की कोई गुंजाइश भी नजर नहीं आ रही है। क्योंकि कक्षा 9 से 12 तक में प्रवेश लेने के लिए दो दिन बचे हैं।


शिक्षा सत्र नामांकन (प्रदेश की स्थिति)

2022-23 ---8897659

2023-24 ---8276889

अंतर 620770

प्रतिशत -7.0 प्रतिशत


दौसा जिला सबसे फिसड्डी, बीकानेर में भी लगभग नौ फीसदी गिरा नामांकन

नामांकन के मामले में दौसा जिला फिसड्डी साबित हुआ है। इस जिले में -12.5 नामांकन गिरा रहा है। शिक्षा सत्र 2022-23 में इस जिले में 197562 नामांकन था, जो शिक्षा सत्र 2023-24 में गिरकर 172795 रह गया। बीकानेर भी - 8.8 फीसदी के साथ फिसड्डी जिलों की सूची में शामिल है। बीकानेर में पिछले शिक्षा सत्र के 305233 छात्रों के मुकाबले 278144 विद्यार्थियों का ही नामांकन हुआ।


यह रहे पांच सबसे फिसड्डी जिले

जिला---- गत -----इस वर्ष --------अंतर प्रतिशत---- (माइनस)

दौसा-- 197562 --172795 --------24767 -----------12.5

करौली --186985-- 165286 -------21699 --------11.6

सीकर --230014 ----205600------ 24414 --------10.6

झुंझुनूं ---146692--- 131504 -------15188 --------10.4

टौंक--- 170418 -----152774 ------17644 -------10.4


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें