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शनिवार, 19 अगस्त 2023

बीएड वालों के लिए शिक्षक बनने की राह मुश्किल, लेवल वन में अब पात्र नहीं होने से बढ़ेगी प्रतिस्पर्धा



 बीएड वालों के लिए शिक्षक बनने की राह मुश्किल, लेवल वन में अब पात्र नहीं होने से बढ़ेगी प्रतिस्पर्धा

बीकानेर। कोर्ट की ओर से बीएड योग्यता धारी अभ्यर्थियों को तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती लेवल वन में पात्र नहीं मांगने से अब बीएड अभ्यर्थियों के लिए शिक्षक बनने की राह मुश्किल गई है। शिक्षक बनने के लिए अब बीएड अभ्यर्थियों को अधिक प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा दरअसल, राज्य में हर साल एक लाख से अधिक अभ्यर्थी बीएड की डिग्री हासिल कर रहे हैं। पिछले पांच साल के आंकड़ों पर गौर करें तो सरकारी जॉब इनमें से 15 फीसदी अभ्यर्थियों को भी नहीं मिली है। राजस्थान में पिछले 15 साल में 5 लाख से अधिक  अभ्यर्थियों ने बीएड की डिग्री हासिल की है। 


इसमें लेवल सेकंड , हेडमास्टर वरिष्ठ अध्यापक और व्याख्याता को मिलाकर सरकारी जॉब केवल 50 हजार अभ्यर्थियों को ही मिल पाई है। उच्च योग्यता का दावा कर बीएड अभ्यर्थियों ने लेवल वन के लिए भी अपने आप को पात्र मानने के लिए कोर्ट में अपील दायर की। उधर, एनसीटीई और केंद्र सरकार ने बीएड योग्यता भागे अभ्यर्थियों को लेवल वन में पत्र मानने के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया। लेकिन ये निर्णय बिना किसी एक्सरसाइज के लिया गया। इस वजह से इस नोटिफिकेशन को खारिज कर दिया गया ।


अभ्यर्थी यूं समझें बीएड और बीएसटीसी में अंतर 

राजस्थान में दो वर्षीय बीएड कोर्स के लगभग 993 में कॉलेज है। जिन में एक लाख से अधिक सीटें हैं। वहीं बीएसटीसी के 372 कॉलेज में 25 हजार सीटें हैं। ऐसे में हर साल एक लाख से अधिक अभ्यर्थी बीएड और 25 हजार अभ्यर्थी बीएसटीसी की डिग्री हासिल कर रहे हैं। बीएसटीसी में कैंडिडेट कम होने के कारण लेक्ल बन शिक्षक भर्ती में कंपटीशन कम रहने के कारण लेवल सेकंड की तुलना में लेवल वन का शिक्षक बनना अभ्यर्थियों के लिए आसान रहता है


दोनों पक्षों के अभ्यर्थियों का ये है कहना

डीएलएड योग्यता वालों का कहना है कि उनको केवल तृतीय श्रेणी अध्यापक पद पर ही नियुक्ति का अवसर मिलता है। जबकि बीएड डिग्रीधारी की थर्ड ग्रेड के अलावा सेकंड ग्रेड, व्याख्याता पदों पर सीधी भर्ती के अवसर मिलते हैं। बीएड धारकों का कहना कि स्नातक व डीएलड को कक्षा 6 से 8 पाने के लिए अध्यापक लेवल सेकंड नियुक्ति का पात्र माना गया है। तो स्नातक व बीएड को कक्षा 1 से 5 के लिए पात्र क्यों नहीं


राजस्थान में डीएलएड प्रशिक्षण संस्थान बहुत कम और बीएड आवश्यकता से अधिक खोली गई है। इसलिए बीएड डिग्रीधारी चर्ड ग्रेड लेवल वन के पदों पर नियुक्ति की मांग कर रहे हैं। - महेन्द्र पाण्डे, महामंत्री, राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ

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