शिक्षकों को अच्छा-बुरा सिखाने में बजट की उलझन
उदयपुर । राज्य सरकार विद्यालयों में कक्षा 1 से 8वीं तक में अध्ययनरत बालिकाओं को अच्छे बुरे के बारे में बताने के लिए शिक्षको को प्रशिक्षण भी देना चाहती है और बजट भी मात्र 150 रुपए प्रति शिक्षक रख महंगाई के दौर में सोचने को मजबूर कर दिया। अधिकारी प्रशिक्षण आयोजन तिथि तय करने को लेकर उलझन में है। राजकीय विद्यालयों की कक्षा से आठवीं तक में पढ़ रही बालिकाओं के साथ आए दिन हो रही अनहोनी की घटनाओं के मद्देनजर उनके शरीर को पराए व्यक्ति द्वारा छूने की दृष्टि से प्रति जागरूक करने के लिए राज्य सरकार ने शिक्षकों को गुड टच - बेड टच का प्रशिक्षण देना तय किया है।
इसके लिए राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद ने समस्त मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी एवं पदेन जिला परियोजना समन्वयक, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक समग्र शिक्षा को प्रत्येक विद्यालय से एक शिक्षक को प्रशिक्षित करने के दिशा निर्देश जारी करने के साथ ही वित्तीय प्रावधान भी स्वीकृत 2 किया है। एक दिवसीय प्रशिक्षण जिला स्तर पर करवाना है। इसके लिए प्रति शिक्षक 150 रुपए का बजट रखा वे है जिसने आयोजन करने वाले अधिकारी को उलझन में डाल दिया। महंगाई के दौर में 10 रुपए में चार फ्लैक्स बनवाना समझ से परे है, वहीं 40 रुपए की स्टेशनरी में नोटपेड, पेन, फोल्डर, प्रस्तुतीकरण की फोटोकॉपी उपलब्ध करवानी है तो 70 रुपए चाय व अल्पाहार पर खर्च स् करने है। बैठक व्यवस्था के लिए इ प्रति शिक्षक 30 रुपए का बजट है। इस सीमित बजट में अधिकारी प्रशिक्षण आयोजन के लिए जोड़ तोड़ के की गणित में उलझे हुए हैं।
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