बढ़िया परिणाम पर मिली थी शाबासी, अब मिला नोटिस तो रह गए हैरान
बाड़मेर. दसवीं व बारहवीं का परीक्षा परिणाम आया तो वरिष्ठ अध्यापक होने के बावजूद बेहतर परिणाम देने पर अभिभावकों ने शाबासी दी तो संस्था प्रधान ने प्रशंसा की, लेकिन अब अचानक न्यून परिणाम का नोटिस आया तो शिक्षकों के पसीना छूट गया। जब मामला खंगाला तो पता चला कि संयुक्त निदेशालय ने तकनीकी खामी के चलते बेहतर परिणाम के बावजूद शून्य परिणाम बता नोटिस जारी किया है। मामला राउमावि गिड़ा का है, जहां सात शिक्षकों को शून्य परिणाम के चलते नोटिस मिले जबकि यहां का परिणाम 96.91 प्रतिशत रहा है।
संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा जोधपुर संभाग जोधपुर ने हाल ही में जोधपुर, जैसलमेर व बाड़मेर जिले के 151 शिक्षकों को न्यूनतम परीक्षा परिणाम पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसमें बाड़मेर जिले के 56 अध्यापकों को नोटिस मिला है, ये वरिष्ठ अध्यापक हैं जो दसवीं से बारहवीं तक की कक्षाओं को पढ़ा रहे हैं। इस सूची में गिड़ा के सात वरिष्ठ अध्यापकों को नोटिस मिला तो न केवल शिक्षक वरन संस्था प्रधान व अभिभावक भी हैरान रह गए। क्योंकि इन शिक्षकों को बेहतर परिणाम देने पर ग्रामीणों ने शाबासी दी थी। संस्था प्रधान ने मामला खंगाला तो पता चला कि शाला दर्पण विषयवार प्रविष्टि टैब में कक्षा ए, बी, सी व डी वर्ग में से सिर्फ ए वर्ग का ही परिणाम दर्ज हुआ जिस पर परिणाम शून्य दर्ज हो गया। वहीं, बारहवीं में सेक्सन संकायवार जिसमें प्रविष्टि शून्य दर्ज होने पर परिणाम शत प्रतिशत दर्ज हुआ। उक्त तकनीकी गलती की वजह से शिक्षकों को नोटिस जारी हो गया। जबकि किसी भी शिक्षक का परिणाम शून्य नहीं रहा है।
तकनीकी गलती से हुआ
शाला दर्पण पोर्टल पर डाटा लॉक नहीं हो रहा था जिस पर सेक्शनवार डाटा भरा तब अन्य सेक्शन में शून्य विद्यार्थी व परिणाम शत प्रतिशत लिख गया। शायद तकनीकी गलती के चलते परिणाम शून्य दर्शाया दिया गया जिस पर यह गड़बडी हुई। हमने संयुक्त निदेशालय जोधपुर को अवगत करवाया दिया है। हमारे विद्यालय का परिणाम बेहतर है।- अनिलकुमार, प्रधानाचार्य राउमावि गिड़ा
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