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गुरुवार, 10 अगस्त 2023

सिस्टम की उदासीनता; स्कूलों में दूध गर्म करने के लिए लगे कुक कम हेल्पर का काम बढ़ गया पर मानदेय अब भी वही



 सिस्टम की उदासीनता; स्कूलों में दूध गर्म करने के लिए लगे कुक कम हेल्पर का काम बढ़ गया पर मानदेय अब भी वही

बाड़मेर सरकारी स्कूलों में दूध गर्म करने के साथ खाना पकाने के लिए पहले से ही कुक कम हेल्पर के लिए मानदेय कम मिल रहा था, लेकिन गरीब महिलाएं संघर्ष कर काम करने को मजबूर थी। लेकिन अब दूध गर्म करने के लिए अतिरिक्त लगाए गए कुक कम हेल्पर के लिए काम तो बढ़ा दिया है, लेकिन दाम एक रुपया भी नहीं ​बढ़ाया है। यह ​सिस्टम की उदासीनता का उदाहरण है।  


बाड़मेर जिले की सरकारी स्कूलों में बच्चों को गर्म दूध देने की योजना लागू होने के बाद 29 नवंबर 2022 को जिले भर के सरकारी विद्यालयों व मदरसों में लगभग 5 हजार कुक कम हेल्पर लगाई गई। इससे सरकारी विद्यालयों में शुरू की गई दूध योजना से विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों की सेहत में तो सुधार हो रहा है लेकिन इनके लिए दूध गर्म करने वाली कुक कम हेल्पर की सेहत पतली हो रही है।


पूर्व में दो दिन शुरू की गई योजना को अब सप्ताह भर चलाया जा रहा हैं। ऐसे में कुक कम ​हेल्पर का काम तो बढ़ गया लेकिन मानदेय पूर्व में जो निर्धारित था वहीं दिया जा रहा हैं। ऐसे में जिले में 5000 से अधिक कुक कम हेल्पर अपने को ठगा सा महसूस कर रही हैं। इनके मानदेय को लेकर ना तो सरकारी स्तर पर कोई चर्चा हो रही है और ना ही जनप्रतिनिधियों की ओर से। यहां काम करने वाले मजदूर संगठनों की ओर से भी कोई आवाज नहीं उठाई जा रही है। सरकार ने इनका काम जो बढ़ा दिया लेकिन दाम नहीं बढ़ाया। ऐसे में 500 रुपए में पूरा महीना करना करना मजबूरी बना हुआ हैं। उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी खाना पकाने के लिए लगी कुक कम हेल्पर मानदेय को लेकर संतुष्ट नहीं है।


नरेगा के मुकाबले भी मानदेय नहीं मिल रहा है, जबकि काम पूरा संभाल रही हैं। सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 8 के नामांकन के आधार पर मिड डे मील कार्मिक लगाने के नियम परेशानी बने हुए थे। स्कूलों में 50 के नामांकन पर एक, 51 से 100 पर दो व 151 से 400 तक नामांकन पर तीन कार्मिक लगाने का प्रावधान है। बाड़मेर समेत प्रदेश में 151 से 400 के बीच नामांकन की स्कूलों की संख्या बहुत कम हैं। ऐसी स्थिति में स्कूलों में कहीं एक तो कहीं पर दो ही कुक कम हेल्पर लगे हुए है।


स्कूलों में एक जुलाई से बच्चों को पूरे सप्ताह गर्म दूध देने का प्रावधान सरकार ने लागू कर दिया हैं। पहले सप्ताह में दो दिन का था, अब बढ़ा दिया है। कुक कम हेल्पर के लिए मानदेय वहीं है। जो पहले मिल रहा है। बढ़ाने का कोई आदेश नहीं आया हैं। ज्यादातर स्कूलों में खाना बनाने के लिए लगे हेल्पर को ही यह काम दिया गया है। - कृष्ण सिंह राणीगांव, जिला शिक्षा अधिकारी, बाड़मेर


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